सावन 2025: रांची के पहाड़ी मंदिर में जलाभिषेक की भव्य तैयारी, SDO ने किया निरीक्षण
रांची, 10 जुलाई 2025: सावन मास 2025 की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है, और इसके स्वागत में रांची का ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर श्रद्धा और आस्था के रंग में रंगने को तैयार है। श्रावण सोमवार के विशेष अवसरों पर यहाँ हजारों श्रद्धालु भगवान शिव को जल अर्पित करने के लिए पहुँचते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर सख्त तैयारी की है।
अरघा से होगा जलाभिषेक
SDO उत्कर्ष कुमार ने बुधवार को मंदिर परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सावन के प्रत्येक रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं को केवल अरघा (विशेष जलार्पण यंत्र) के माध्यम से ही जलाभिषेक करने की अनुमति होगी। यह व्यवस्था भीड़ को नियंत्रित करने और मंदिर परिसर को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से की गई है।
मंदिर परिसर में चूहों पर नियंत्रण के निर्देश
निरीक्षण के दौरान SDO ने मंदिर के गर्भगृह और नीचे के हिस्से में चूहों द्वारा बनाए गए बिलों को बंद करने का आदेश दिया। बताया गया कि नारियल का पानी और प्रसाद चूहों को आकर्षित कर रहा है, जिससे मंदिर परिसर में उनका आतंक बढ़ रहा है। प्रशासन ने इसके लिए वैकल्पिक उपाय करने और प्रसाद अर्पण की प्रक्रिया को भी सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज
मंदिर के नीचे की ओर बनी झुग्गियों और दुकानों का निरीक्षण करते हुए SDO ने अवैध अतिक्रमण को हटाने का आदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही मंदिर के आस-पास के क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को आवाजाही में कोई दिक्कत न हो।
सावन के सोमवार को रांची जाएं तो जरूर करें पहाड़ी मंदिर में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक
रांची का पहाड़ी मंदिर, सावन के पावन महीने में भक्ति और आस्था का प्रमुख केंद्र बन जाता है। प्रशासन की ओर से की गई इन तैयारियों से उम्मीद है कि इस बार श्रद्धालुओं को सुव्यवस्थित और सुरक्षित दर्शन का अनुभव मिलेगा।
