
Ranchi : राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आज झारखंड के चार जिला रामगढ़, सिमडेगा, हजारीबाग एवं गुमला में 100 दिवसीय विशेष अभियान का शुभारंभ सदर अस्पताल परिसर रांची से केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री (भारत सरकार) संजय सेठ के द्वारा किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में रांची विधायक सीपी सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, अभियान निदेशक (एनएचएम) अबु इमरान, राज्य यक्षमा पदाधिकारी डॉ कमलेश कुमार, सिविल सर्जन रांची डॉक्टर प्रभात कुमार, छवि जोशी पंत, डीपीएम प्रवीण कुमार, राकेश राय सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए.
100 दिवसीय टीबी रोग उन्मूलन विशेष अभियान 7 दिसंबर 2024 यानी आज से 18 मार्च 2025 तक राज्य के चार जिले हजारीबाग रामगढ़ सिमडेगा और गुमला में विशेष अभियान के रूप में चलाया जाएगा जिसका लक्ष्य टीबी के मरीजों को पहचान कर उन्हें सही समय पर इलाज उपलब्ध कराना है.

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर आए हुए राज्य रक्षा मंत्री संजय सेठ ने कहा कि टीवी उन्मूलन हेतु राज्य के चार अति प्रभावित जिलों में 100 दिवसीय विशेष अभियान की शुरुआत की जा रही है. आज से 3 साल पहले मेरे द्वारा 27 टीवी के मरीजों को गोद लिया गया था और आज वे सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. टीवी का उन्मूलन देश भर में हो जाए यही हमारा लक्ष्य है. साथ ही सभी जनप्रतिनिधि और सामाजिक संस्थाओं को भी टीवी के मरीजों को गोद लेने की जरूरत है . टीवी के मरीजों को गोद लेकर बेहतर पोषण आहार उपलब्ध कराने से टीबी को रोका जा सकता है.
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री के द्वारा टीवी जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सदर अस्पताल रांची अपनी भूमिका पर 100 फ़ीसदी सफल हो रहा है गरीबों के लिए मुफ्त में डायलिसिस की व्यवस्था की गई है जो की बहुत अच्छी पहल है.

माननीय विधायक ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत आज 100 दिनों के लिए अभियान की शुरुआत की गई है . केंद्र सरकार भारत से टीबी को खत्म करना चाहती है और इसी के तहत अभियान चलाया जा रहा है झारखंड सरकार को टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए जोर-शोर से अभियान चलाने की जरूरत है . टीवी के रोगियों का समुचित इलाज सुनिश्चित करना हम सबका दायित्व है . जब हम मिलकर समाज के लिए बेहतर करेंगे तो परिणाम भी बेहतर होगा . टीवी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी आवश्यक है.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि देशभर में इस अभियान की शुरुआत आज पंचकूला से माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के द्वारा की जा रही है . 2025 तक भारत और झारखंड को टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है. व्यापक रूप से अभियान चलाकर टीबी को खत्म करना हमारी प्राथमिकता है. हमें गांव एवं पंचायत स्तर पर रोगियों की जांच कर उनकी पहचान करना एवं उसके बाद उन्हें संपूर्ण इलाज उपलब्ध कराना है. गांव एवं पंचायत स्तर पर बेहतर काम करने वाले टीवी चैंपियन, निश्चय मित्र एवं अन्य कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया जाएगा.
अभियान निदेशक अबु इमरान जी ने कहा कि गुमला, सिमडेगा, हजारीबाग और रामगढ़ जिलों के गांव गांव तक पहुंच कर हमें जन मानस को जागरुक करते हुए टीबी के मरीजों की पहचान कर उनका इलाज शुरू करना है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा टीबी के मरीजों की जांच से संबंधित सभी सुविधाएं निशुल्क है. मरीज को अच्छा पोषण देकर इस बीमारी को कम किया जा सकता है. पंचायत स्तर पर धार्मिक व्यक्ति, मुखिया एवं स्थानीय लोगों को आगे जाकर जनमानस को जागरूक करना होगा ताकि इसे खत्म किया जा सके.
सिविल सर्जन रांची डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि टीबी के उन्मूलन के लिए 100 दिनों तक विशेष अभियान के रूप में लगातार काम किया जाएगा. टीबी की जांच के लिए गांव- गांव में वैन रवाना किया गया है ताकि लोगों को जांच की सुविधा मिल सके. टीबी से अति प्रभावित चार जिलों में यह प्रोग्राम चलाया जा रहा है.