रांची : ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव और झारखंड प्रशासनिक सेवा (झाप्रसे) के अधिकारी संजीव लाल को निलंबित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की सहमति के बाद कार्मिक विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया. संजीव लाल को सात मई की तिथि से निलंबित किया गया है.
झाप्रसे के अधिकारी संजीव लाल के खिलाफ ईडी के रांची क्षेत्रीय कार्यालय ने सात मई को पत्र लिखकर झारखंड सरकार को यह सूचित किया था कि संजीव लाल को पीएमएलए 2002 की धारा तीन के तहत परिभाषित एवं धारा चार के तहत दंडनीय धनशोधन के अपराध के लिए पीएमएलए 2002 की धारा 19 के तहत सात मई को 12:40 बजे गिरफ्तार किया गया है. सात मई को ही विशेष पीएमएलए कोर्ट में उन्हें पेश किया गया तथा न्यायालय के आदेश पर प्रवर्तन निदेशालय को आठ मई से छह दिनों का रिमांड प्रदान किया गया. ईडी की इस रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की सहमति के बाद कार्मिक विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया.
उल्लेखनीय है कि संजीव लाल के सहायक जहांगीर आलम के यहां ईडी की छापेमारी में 35 करोड़ से अधिक की रकम बरामद होने के बाद ईडी की टीम ने संजीव लाल और जहांगीर आलम को गिरफ्तार किया है. संजीव लाल अभी ईडी की रिमांड पर है और उससे पूछताछ हो रही है.