रांची : रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने रांची रेलवे स्टेशन से मानव तस्करी के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है. साथ ही दो नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है. दोनों नाबालिगों को सीडब्ल्यूसी के मौखिक आदेश पर उनकी सुरक्षा के लिए प्रेमाश्रय रांची को सौंप दिया गया.
निरीक्षक दिगंजय शर्मा ने शनिवार को बताया कि रांची मंडल के कमांडेंट पवन कुमार के निर्देश पर तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में रेलवे स्टेशन रांची पर चेकिंग के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या दो और तीन के पास दो नाबालिग लड़कियों को एक पुरुष के साथ संदिग्ध स्थिति में बैठे देखा गया. पूछताछ करने पर मानव तस्कर ठीक से जवाब नहीं दिया.
इसके बाद महिला स्टाफ की मौजूदगी में उनसे एक-एक करके पूछताछ की गई तो पता चला कि पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) निवासी दो नाबालिगों को खूंटी निवासी अनिल मंसिद ओरेया पोल्ट्री फॉर्म के मालिक से 15 हजार रुपये के बदले हरियाणा राज्य के अंबाला में एक पोल्ट्री फॉर्म में सौंपने के लिए रेलवे स्टेशन रांची लाया था.
दोनों नाबालिगों से पूछताछ करने पर स्पष्ट हुआ कि दोनों को पोल्ट्री के मालिक से दलाली शुल्क प्राप्त करके हरियाणा में जबरन श्रम के लिए भेजा जा रहा था. सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आरोपित अनिल मंसिद ओरेया को उपनिरीक्षक सोहन लाल ने गिरफ्तार कर लिया. साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए एएचटीयू थाना कोतवाली को सौंप दिया गया. एएचटीयू पीएस कोतवाली ने आरोपित के खिलाफ बीएनएस और 75/81जेजे अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और जांच-पड़ताल कर रही है.