रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. आरबीआई ने लगातार छह बार रेपो रेट बढ़ाने के बाद सातवीं बार बड़ी राहत दी है. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने अपनी समीक्षा बैठक में रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा- इस बार रेपो रेट अपरिवर्तित रखा गया
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को एमपीसी की बैठक खत्म होने के बाद यहां आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस बार रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा गया है. रिजर्व बैंक ने इससे पहले फरवरी में एमपीसी बैठक के बाद नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट को 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.50 फीसदी किया था.
क्या होता है रेपो रेट
रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर बैंक आरबीआई से पैसे उधार लेते हैं. होम-ऑटो सहित ज्यादातर खुदरा कर्ज इसी रेपो रेट पर आधारित होते हैं. इस बार रेपो रेट में बढ़ोतरी नहीं होने से बैंक भी खुदरा लोन की ब्याज दरें नहीं बढ़ाएंगे, जिसका फायदा घर खरीदारों को मिलेगा.
आरबीआई ने रेपो रेट में 2.50 तक बढ़ोतरी की थी
उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने मई, 2022 से फरवरी, 2023 तक रेपो रेट में 2.50 तक बढ़ोतरी की थी. ये पहले ही चार फीसदी से बढ़कर 6.50 फीसदी हो चुकी है. आरबीआई ने पिछले चालू वित्त वर्ष 2023-24 पहली एमपीसी बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं कर लोगों को बड़ी राहत दी है.