रांची : मानसून सत्र के चौथे दिन झारखंड विधानसभा के बुधवार को अपने निर्धारित समय पर सदन शुरू हुआ. इस दौरान भाजपा के विधायक सदन के भीतर हंगामा करते रहे. नारेबाजी करते रहे. इसी बीच विधायक सुदिव्य सोनू और ढुल्लू महतो आपस में उलझ गए.
विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही 20 मिनट रोकी
विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने समझाया. हंगामा बढ़ता गया तो विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 20 मिनट के लिए रोक दिया. 20 मिनट के बाद जब सदन शुरू हुआ तो भाजपा विधायक फिर हंगामा करने लगे. इस वजह से सदन की कार्यवाही महज पांच मिनट चलने के बाद 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के विधायक हल्ला करने लगे
विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के विधायक हल्ला कर रहे थे. भाजपा की ओर से विधायक ढुल्लू महतो ने सदन में कहा कि पीरटांड इलाके के तीन महीने में सैकड़ों लोग मर चुके हैं. हाल में कोयला में दबकर लोगों की मौत हुई. मरने वाले सभी आदिवासी हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को गलत तरीके से माइग्रेट कर उनसे काम लिया जा रहा है. इस वजह से उनकी मौत हो रही है. इसकी जांच करायी जाए.
ढुल्लू ने आवेश में सुदिव्य सोनू को ऊंगली दिखायी
इसी बात को लेकर झामुमो विधायक सुदिव्य सोनू और भाजपा विधायक ढुल्लू महतो आपसे में उलझ गए. इस दौरान ढुल्लू ने आवेश में आकर सुदिव्य सोनू को ऊंगली दिखायी. इस पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने स्पीकर से आग्रह किया कि ऊंगली दिखाना बंद कराएं. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह असंसदीय व्यवहार है. विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायक ढुल्लू महतो को कई बार समझाया. दोनों आपसे में उलझ गए. इसके बाद बढ़ते हंगामे को देखते हुए सदन को 20 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया.
सत्ता पक्ष के विधायक, मंत्री सदन की सीढ़ियों पर बैठे
सदन शुरू होने से पहले सत्ता पक्ष के विधायक, मंत्री हाथों में तख्तियां लिए सदन की सीढ़ियों पर बैठ गए. हाथों में किसानों के हितों की बात लिखी तख्तियां हैं. इस आंदोलन को लेकर श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि भारत सरकार राज्य के किसानों के साथ ठीक नहीं कर रही है. सौतेला व्यवहार कर रही है. राज्य के किसानों की स्थिति को देखते हुए आकलन कर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को लगभग 11 सौ करोड़ रुपये की मांग की थी पर केंद्र केवल 502 करोड़ रुपये दे रही है. उन्होंने कि केंद्र सरकार झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार न करते हुए जितनी राशि मांगी है, उतना दे.
केंद्र से राज्य के सहयोग को लेकर सत्ता पक्ष धरने पर
विधायक सुदिव्य सोनू ने कहा कि केंद्र से राज्य के सहयोग को लेकर सत्ता पक्ष धरने पर बैठी है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड में सुखाड़ घोषित करने की मांग कर रही है. उनकी मनसा, वाचा, कर्मना एक है तो 9131 करोड़ के दावे के विरूद्ध 502 करोड़ दे रही है. उन्होंने कहा कि पहले माटी फिर पार्टी. आप केंद्र से सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं. वर्तमान में किसान परेशान हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नीति के अनुसार राज्य सरकार जिला वार आककन कर निर्णय लेगी.
विरंची नारायण ने कहा- सरकार बेकार है
विरंची नारायण ने कहा कि सरकार बेकार है. जब विपक्ष की जगह पर सत्ता पक्ष खड़ा हो तो इस सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. अपनी कमियां केंद्र के पाले में डाल रही है. केंद्र से पैसा दिलाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो बस यही कहते हैं कि ईमानदारी से काम करें. अगर यह सरकार ईमानदारी से काम करने की शपथ दें तो मिलेगा पैसा.