WORLD CANCER DAY : रांची स्थित कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के निदेशक डॉ. (कर्नल) मदन मोहन पांडेय ने कहा कि भारत में 100 में से करीब 40 लोग तम्बाकू (Tobacco) का सेवन करते हैं. तंबाकू उत्पादों का सेवन करने वाले लोगों में कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है. मैदा उत्पाद, भोजन में रेशा की कमी, मोटापा, इंफेक्शन, अल्कोहल, नॉनवेज का सेवन और प्रदूषण भी कैंसर के प्रमुख कारकों में से हैं. लगातार अल्कोहल सेवन से मुंह, ब्रेस्ट, लीवर का कैंसर होने की संभावना रहती है.
बिरसा कृषि विवि में कैंसर जागरूकता पर व्याख्यान
WORLD CANCER DAY : डॉ. मदन मोहन पांडेय बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, कांके में एग्रोटेक किसान मेला में शनिवार को कैंसर जागरुकता पर व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि रेशायुक्त पोषक अनाज (मिलेट्स), फल एवं सब्जी के पर्याप्त सेवन तथा तंबाकू, अल्कोहल एवं प्रदूषण से बचने से कैंसर की संभावना न्यूनतम की जा सकती है. सरकार, शिक्षण संस्थानों और स्वयंसेवी संस्थाओं को मिलकर देशव्यापी तम्बाकू मुक्ति अभियान चलाना चाहिए.
प्रारंभिक लक्षण दिखते ही गंभीरता से लेना चाहिए
डॉ. पांडेय ने कैंसर के विकास के विभिन्न चरणों, पहचान तथा उपचार प्रक्रिया पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि इसके प्रारंभिक लक्षण दिखते ही मरीज को गंभीरता से लेना चाहिए. विशेषज्ञ सलाह प्राप्त करनी चाहिए. स्त्रियों में ब्रेस्ट एवं सर्वाइकल कैंसर तथा पुरुषों में फेफड़ों और कोलोन का कैंसर ज्यादा होता है.
कैंसर रोगी से सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करें
WORLD CANCER DAY : उन्होंने कहा कि कैंसर होने से कोई भी व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से टूट जाता है. इसलिए उसकी सतत सेवा करने के अलावा उसके साथ सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करना चाहिए. पांडेय ने कहा कि सुकुरहुट्टू, कांके स्थित कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में विश्वस्तरीय मेडिकल सुविधाएं सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) की दर पर उपलब्ध हैं. रेडियोथेरेपी के लिए यहां झारखंड-बिहार की आधुनिकतम मशीन उपलब्ध हैं.