रांची : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने गुरुवार को समाहरणालय परिसर से सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जागरुकता रथ के माध्यम से जिले के सभी प्रखंडों में बाल विवाह, दहेज प्रथा को समाप्त करने और किशोरियों, बालिकाओं के उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा.
योजना से किशोरियों को लाभ प्रदान किया जाता है
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि यह योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. इसके तहत कक्षा आठवीं, नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं एवं बारहवीं में पढ़ने वाली किशोरियों एवं 18 से 19 वर्ष की किशोरियों को योजना के तहत लाभ प्रदान किया जाता है. उन्होंने बताया कि जिले में प्राप्त आवेदनों का निष्पादन कर किशोरियों को लाभ प्रदान किया जा रहा है. शेष बचे किशोरियों को लाभान्वित करने के लिए विद्यालय स्तर पर आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं.
55 हजार से अधिक किशोरियों को लाभ प्रदान करना लक्ष्य
उपायुक्त ने बताया कि जिले में 55 हजार से अधिक किशोरियों को योजनाओं से जोड़कर लाभ प्रदान करना लक्ष्य है. साथ ही 18 से 19 वर्ष की ऐसी किशोरियां जो स्कूल से ड्रॉपआउट हो चुकी हैं उनको चिन्हित कर आवेदन लिए जा रहे हैं. उपायुक्त ने कहा कि जागरुकता रथ के जरिये पंचायतों में भ्रमण कर योजना के तहत मिलने वाले लाभ, योजना की पात्रता एवं आवेदन करने की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी साझा कर लोगों को जागरूक किया जायेगा.
अच्छी शिक्षा के लिए 40 हजार रुपये की सहायता राशि मिलेगी
उपायुक्त ने बताया कि सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत अच्छी शिक्षा के लिए झारखंड की बेटियों को 40 हजार रुपये की सहायता राशि मिलेगी. योजना के तहत कक्षा 8वीं में 2500, कक्षा 9वीं में 2500, 10वीं में 5000, कक्षा 11वीं में 5000, कक्षा 12वीं में 5000, 18 से 19 वर्ष की किशोरी को एक मुश्त 20 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी.