Rajasthan

राजस्थान में होंगे 50 जिले, 19 नए जिले और तीन नए संभाग का एलान

राष्ट्रीय

राजस्थान : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा चुनावों से सात महीने पहले शुक्रवार को राजस्थान में 19 नए जिलों के गठन की घोषणा कर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में तीन नए संभाग बनाने का भी एलान किया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में राजस्थान विनियोग और वित्त विधेयक पर जवाब दिया.

जनता के लिए बड़ी घोषणाएं की और कई सौगातें दी

गहलोत ने जवाब में जनता के लिए बड़ी घोषणाएं की और कई सौगातें दी. इसके साथ ही तीन संभाग बांसवाड़ा, पाली, सीकर बनाने का ऐलान किया. उन्होंने अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर उत्तर ओर जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व और जोधपुर पश्चिम, केकड़ी, कोटपूतली, खैरथल, नीमकाथाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर और भीलवाड़ा के शाहपुरा को जिला बनाने की घोषणा की.

भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य

गहलोत ने कहा कि राजस्थान भौगोलिक दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण हमारे कई जिले ऐसे हैं, जहां जिला मुख्यालय की दूरस्थ कोने से दूरी 100 किलोमीटर से भी अधिक है और इस कारण आमजन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही कई जिलों की जनसंख्या भी अत्यधिक होने के कारण प्रशासन का हर परिवार तक पहुंचना कठिन हो जाता है.

छोटा जिला होने से प्रशासन प्रबन्धन व कानून व्यवस्था सहज

जिला अपेक्षाकृत छोटा होने से प्रशासन प्रबन्धन व कानून व्यवस्था पर निगरानी व नियन्त्रण सहज व सुगम हो जाता है. देश के विभिन्न राज्य नए जिले बनाने में हमसे आगे रहे हैं. वहां पर जिलों की संख्या दुगुनी-तीन गुनी हो गई है. अभी हाल ही में भौगोलिक दृष्टि से हमसे छोटे राज्य पश्चिम बंगाल ने भी 7 नये जिलों की घोषणा की है.

कई स्थानों से नये जिले बनाने की मांग प्राप्त हुई

गहलोत ने कहा कि इसी कारण प्रदेश से भी कई स्थानों से नये जिले बनाने की मांग प्राप्त हुई है. हमने इन प्रस्तावों के विस्तृत अध्ययन के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया था, जिसकी अन्तरिम रिपोर्ट प्राप्त हो गयी है.

विस्तृत अध्ययन एवं विवेचना के उपरान्त नये जिलों की घोषणा

इस विषय में प्राप्त समस्त प्रस्तावों व प्रदेश की वर्तमान प्रशासनिक इकाइयों की संरचना का विस्तृत अध्ययन एवं विवेचना के उपरान्त अब मैं प्रदेश में अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल, नीम का थाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर एवं शाहपुरा को नया जिला बनाने का ऐलान करता हूं. प्रदेश में 19 नये जिले बनाने के कारण प्रदेश में कुल 50 जिले हो जायेंगे.

प्रदेश में 3 नये संभाग-बांसवाड़ा, पाली एवं सीकर बनाने की भी घोषणा

उन्होंने कहा कि इन सभी का प्रदेश मुख्यालय से सम्पर्क संभागीय मुख्यालयों के माध्यम से होता है. अतः इस प्रबन्ध को सुदृढ़ करने की दृष्टि से प्रदेश में 3 नये संभाग-बांसवाड़ा, पाली एवं सीकर बनाने की भी घोषणा करता हूं. इन नवीन प्रशासनिक इकाइयों (जिलों एवं संभागीय मुख्यालयों) को अविलम्ब धरातल पर उतारने के लिए सुदृढ़ आधारभूत ढांचा एवं मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रथम चरण में 2 हजार करोड़ रुपये का व्यय किया जाना प्रस्तावित है.

19 नए जिले, फिर भी दो राज्यों से पीछे राजस्थान

राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है, इससे क्षेत्रफल में छोटे दो राज्यों में ज्यादा जिले हैं. एक नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ का गठन होने के बाद राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य बन गया. लेकिन, आज भी मध्यप्रदेश में राजस्थान से ज्यादा कुल 55 जिले हैं, वहीं उत्तर प्रदेश भी क्षेत्रफल में राजस्थान से छोटा है लेकिन यहां भी 75 जिले हैं.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बोले- भैरोंसिंह शेखावत ने बनाये थे नये जिले

नये जिले बनाने पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि राजस्थान भौगोलिक रूप से बड़ा प्रदेश है, सबसे पहले नए जिले बनाने की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत ने हनुमानगढ़ और प्रतापगढ़ को जिला बनाकर की थी. अब कांग्रेस सरकार को जनमत के दबाव में यह फैसला लेना पड़ा.

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