पार्किंग को रेलवे बना रहा है मुनाफाखोरी का धंधाः सरयू राय
पूर्वी सिंहभूम, 23 सितंबर: पूर्वी सिंहभूम के टाटानगर रेलवे स्टेशन की पार्किंग व्यवस्था को लेकर विधायक सरयू राय और रेलवे प्रशासन के बीच विवाद गहराता जा रहा है। मंगलवार को विधायक सरयू राय ने रेलवे को कटघरे में खड़ा किया।
विधायक सरयू राय ने कहा कि रेलवे पार्किंग को मुनाफाखोरी का धंधा बना रहा है। यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देने के बजाय रेलवे ऊंचे दर पर पार्किंग का ठेका देकर विवाद को जन्म दे रहा है।
विधायक ने 29 अगस्त को रेलवे को पत्र लिखकर टाटानगर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में पांच घंटे वाहन खड़ा करने पर एक यात्री से 5310 रुपये वसूले जाने की घटना पर आपत्ति जताई थी। इस पर रेलवे के सहायक वाणिज्य प्रबंधक, चक्रधरपुर ने जवाब देते हुए कहा कि पार्किंग की ठेकेदारी ई-नीलामी से होती है और इसमें रेलवे की कोई भूमिका नहीं होती।
रेलवे के इस जवाब से असंतुष्ट विधायक ने कहा कि रेलवे को यह भली-भांति पता है कि स्टेशन पर रोज कितनी गाड़ियां आती-जाती हैं और यात्रियों की कितनी संख्या है। ऐसे में पार्किंग ठेके को ऊंची दर पर नीलाम करना और फिर मौन रहना दर्शाता है कि रेलवे स्वयं इसे मुनाफाखोरी का साधन बना रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति ऊंची बोली लगाकर ठेका लेगा, वह यात्रियों पर बोझ डालने और अनुचित तरीके से पैसा वसूलने का ही प्रयास करेगा।
विधायक राय ने कहा कि पार्किंग को लेकर विवाद और मारपीट की घटनाएं बार-बार केवल जमशेदपुर में ही क्यों होती हैं? यह रेलवे की मॉनीटरिंग में कमी को दर्शाता है। रेलवे की जिम्मेदारी है कि वह तय किए गए शुल्क का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच करे। केवल यात्रियों या उनके परिचितों को दोष देना उचित नहीं।
हाल ही में एक यात्री से पांच घंटे पार्किंग के लिए 5310 रुपये वसूले जाने की घटना ने हंगामा खड़ा कर दिया था। हालांकि रेलवे का कहना है कि यात्री से मात्र 1000 रुपये ही वसूले गए
