रांची : अधिवक्ता परिषद्, झारखण्ड द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पखवाड़ा के उपलक्ष में रांची स्थित इन्डियन मेडिकल एसोसिएसन के करमटोली (रांची) भवन में एक दिवसीय समारोह का आयोजन प्रात: 10:30 से दोपहर 1:30 बजे तक किया गया. इस अवसर पर “नारी सशक्तिकरण में महिला अधिवक्ताओं की भूमिका” (The role of female advocates in women ‘s empowerment) विषयक विचार-गोष्ठी का भी आयोजन किया गया.
न्यायमूर्ति एस चंद्रशेखर मुख्य अतिथि व न्यायाधीश दीपक रौशन रहे विशिष्ट अतिथि

जिसमें झारखंड उच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति एस चंद्रशेखर मुख्य अतिथि, वहीं माननीय न्यायाधीश दीपक रौशन विशिष्ट अतिथि तथा कार्यक्रम की मुख्य वक्ता माननीय न्यायाधीश (अवकाश प्राप्त) श्रीमती मीरा ताई खडकर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद्, झारखंड उच्च न्यायालय एडवोकेट एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती रितू कुमार, प्रख्यात कवयित्री श्रीमती सारिका भूषण, झारखंड उच्च न्यायालय की अधिवक्ता श्रीमती वंदना सिंह, प्रांत महिला प्रमुख श्रीमती महामाया राय, प्राचार्या अचार्यकुलम श्रीमती सुजाता कौर तथा प्रांतीय उपाध्योक्ष श्रीमती बी कामेश्वीरी विशेष रूप से मंचासीन थे.
मुख्य अतिथि ने समानता पर विशेष बल पर दिया जोर
इस अवसर पर मुख्य अतिथि झारखण्ड उच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति एस चंद्रशेखर ने महिलओं के सशक्तिकरण पर विचार रखते हुए कहा कि विश्व में महिलाओं का पहला सम्मेलन इस सदी से पूर्व ही हुआ था. उसके बाद से लगातार हो रहे सम्मेलनों में महिला एवं पुरूष दोनों को समान रूप से हर सामाजिक दष्टिकोण से समान रूप से देखने पर जोर दिया जाता रहा है, इसलिए आज की जरूरत है कि परिवार में समानता पर विशेष बल दिया जाए.
राष्ट्रीय गीत से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुवात राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् के गायन से किया गया तथा अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर, भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी. तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत एवं स्वागत भाषण श्रीमती श्वेता सिंह के द्वारा दिया गया. वहीं प्रदेश मंत्री श्रीमती किरण सुषमा खोया के द्वारा अधिवक्ता परिषद् के सम्बन्ध में जानकारिया दी गयी.