रांची में नितिन गडकरी के दौरे की तैयारियां तेज़, फ्लाईओवर उद्घाटन को लेकर उत्साह; नगर निगम पर नेताओं का हमला
रांची : केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के आगामी झारखंड दौरे को लेकर राजधानी रांची में तैयारियां तेज हो गई हैं। मंगलवार को अरगोड़ा स्थित सांसद कार्यालय में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने इस संबंध में एक प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर पूर्व मंत्री सी.पी. सिंह, विधायक नवीन जायसवाल सहित कई स्थानीय भाजपा नेता भी उपस्थित रहे।
3 जुलाई को रांची आएंगे गडकरी
संजय सेठ ने बताया कि नितिन गडकरी 3 जुलाई को सुबह 10 बजे रांची पहुंचेंगे। इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से गढ़वा के लिए रवाना होंगे और दोपहर 2 बजे फिर रांची लौटेंगे। लौटने के बाद वे बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और बिरसा चौक, अरगोड़ा व शहजानंद चौक होते हुए रातू रोड स्थित ओटीसी ग्राउंड पहुंचेंगे, जहां वे बहुप्रतीक्षित एलिवेटेड फ्लाईओवर का उद्घाटन करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन भव्य रूप में होगा, जिसमें हजारों की संख्या में लोग बाइक, ऑटो और टेम्पो के माध्यम से गडकरी के साथ चलकर आयोजन में भाग लेंगे। आयोजन को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनता में खासा उत्साह है।
नगर निगम की कार्यप्रणाली पर तीखी प्रतिक्रिया
प्रेस वार्ता में संजय सेठ ने रांची नगर निगम पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जलकर बिलों में अनावश्यक वृद्धि कर आम जनता पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। पहले जिन उपभोक्ताओं को 200-300 रुपये का बिल मिलता था, अब उन्हें 1000-2000 रुपये तक का बिल थमाया जा रहा है। इसके साथ ही निगम 5% अतिरिक्त कर वसूलने की योजना पर काम कर रहा है, जो पूरी तरह अनुचित है।
उन्होंने शहर की बदहाल हालत पर भी चिंता जताई। जलजमाव, खराब बिजली आपूर्ति और सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि नगर निगम मूलभूत सुविधाएं देने में विफल रहा है, लेकिन कर वसूली में पीछे नहीं हटता।
“फ्लाईओवर को स्वच्छ रखें” – संजय सेठ
उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे नए फ्लाईओवर की पिलरों को गंदा न करें और सार्वजनिक स्थलों पर कचरा न फेंकें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अब बच्चों तक की प्राथमिकता है, और वयस्कों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
सीपी सिंह और नवीन जायसवाल का भी हमला
पूर्व मंत्री सीपी सिंह और विधायक नवीन जायसवाल ने भी नगर निगम की कार्यशैली की आलोचना की। उन्होंने जलजमाव, बिजली संकट और ठेला व्यवसायियों को सड़कों से हटाने के मुद्दे उठाए। उनका कहना था कि निगम गरीबों पर अत्याचार कर रहा है, जो अस्वीकार्य है। उन्होंने मांग की कि निगम को जनहित को प्राथमिकता देनी चाहिए।
इस प्रेस वार्ता से यह स्पष्ट हो गया कि रांची में एक ओर जहां गडकरी के भव्य स्वागत की तैयारियां चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर नगर निगम की नीतियों के खिलाफ राजनीतिक असंतोष भी तेज़ हो रहा है।
