
रांची : राज्य के 804 सरकारी विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा को उन्नता प्रदान करने एवं विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और व्यवहारिक व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से मॉडल प्रयोगशालाएं बनाई जाएंगी. इन उन्नत प्रयोगशालाओं में विद्यार्थियों को 11 व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की व्यवहारिक शिक्षा दी जायेगी. इन उन्नत लैब्स की अधिष्ठापना से पहले झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, रांची में छह मॉडल प्रयोगशालाएं बनाई गयी है. इन छह मॉडल प्रयोगशालाओं में परिधान एवं फैशन, ऑटोमोटिव, हेल्थकेयर, ब्यूटी एंड वैलनेस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी शामिल है.
वर्तमान में छह प्रयोगशालाओं की स्थापना की गयी है. आने वाले कुछ दिनों में रिटेल, एग्रीकल्चर, आईटी, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट और मल्टीस्किल से जुडी प्रयोगशालाएं भी स्थापित की जाएंगी. इन्हीं प्रयोगशालाओं की तर्ज पर राज्य के 804 सरकारी विद्यालयों में प्रयोगशालाएं बनाई जाएंगी, जिससे बच्चो को व्यवहारिक व्यावसायिक शिक्षा में सहयोग मिलेगा.
जेसीईआरटी में शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण
झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में आने वाले व्यावसायिक प्रशिक्षक भी इन प्रयोगशालाओं के माध्यम से व्यवहारिक व्यावसायिक शिक्षा का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. इसके बाद वे अपने विद्यालयों में जाकर स्कूली बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण दे सकें. इन प्रयोगशालाओं में उन्नत तकनीकों के माध्यम से व्यावसायिक प्रशिक्षक शिक्षा में नवाचार से अवगत रहेंगे. व्यावसायिक शिक्षा के प्रभाग प्रभारी श्री स्वप्निल हेमंत कुजूर ने बताया कि विद्यार्थियों को उन्नत व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने के लिए 2086 वोकेशनल प्रशिक्षक को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
वर्तमान में विद्यालयों में 11 प्रकार की व्यावसायिक शिक्षा दी जा रही है. इसमें गुणवत्ता सुनिश्चित करने और शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देने के मकसद से राज्य स्तर पर झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, रांची में प्रयोगशालाएं बनाई गयी है. व्यावसायिक प्रशिक्षको के कार्यो का निरंतर मूल्यांकन किया जायेगा. साथ ही समय समय पर उन्हें व्यावसायिक शिक्षा में नवाचार से अवगत कराने के लिए जेसीआरटी में प्रशिक्षण भी मिलेगा. इन प्रयोगशालाओं का निरिक्षण किया गया है. जांच के दौरान जो कमियां पायी गयी, उन्हें त्वरित निष्पादित करते हुए नवीन उपकरणों एवं सामग्रियों के साथ 804 विद्यालयों में भी प्रयोगशालाएं अधिष्ठापित करने का निर्णय लिया गया है.