रामगढ़ में डाककर्मियों का 41 सूत्री मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन, काली पट्टी लगाकर जताया रोष
रामगढ़, 15 जुलाई 2025 — केंद्र सरकार की नीतियों और डाक विभाग की कार्यशैली के खिलाफ भारतीय डाक कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर रामगढ़ प्रधान डाकघर में मंगलवार को डाककर्मियों ने काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने 41 सूत्री मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की।
📨 कर्मचारियों की प्रमुख मांगें:
डाककर्मियों की ओर से जिन मांगों को लेकर विरोध किया गया, उनमें शामिल हैं:
- फील्ड यूनिट्स को अनावश्यक टारगेट से मुक्त किया जाए
- इनडोर कर्मचारियों पर लक्ष्य का दबाव बंद हो
- दैनिक आधार पर लॉगिन दिवस की बाध्यता समाप्त हो
- आठवां वेतन आयोग शीघ्र लागू किया जाए
- 50% महंगाई भत्ता मूल वेतन में विलय किया जाए
- पूर्व सैनिक कर्मचारियों के वेतन को DOPT के अनुसार पुनः निर्धारित किया जाए
- सहायक अपराधियों से अवैध वसूली पर रोक लगाई जाए
- GDS (ग्रामीण डाक सेवकों) का उत्पीड़न बंद किया जाए
- GDS को भी 8वें वेतन आयोग के दायरे में लाया जाए
- समूह बीमा राशि और ग्रैच्युटी सीमा ₹5 लाख तक की जाए
🧑💼 आंदोलन में शामिल प्रमुख कर्मचारी:
- मनोज कुमार – डाकपाल
- रविशंकर राय, शंभू दत्ता सिंह, त्रिदेव प्रियदर्शी – डाक सहायक
- दीपक कुमार पटेल, विजय कुमार पांडे, राजकपूर कुमार
- पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवक सहित कई अन्य कर्मचारी भी शामिल रहे
सभी कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थल पर राष्ट्र, विभाग, कर्मचारी और जनहित में कार्य करते हुए शांतिपूर्वक विरोध दर्ज किया।
🗣️ कर्मचारियों की अपील:
डाककर्मियों का कहना है कि यदि सरकार ने जल्द उनकी मांगें नहीं मानीं, तो यह आंदोलन और अधिक व्यापक रूप ले सकता है। उनका आरोप है कि मौजूदा कार्य प्रणाली से न केवल कर्मचारियों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है, बल्कि सेवाओं की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।
