रांची : होली के रंगोत्सव के अवसर पर कवि सम्मेलन आयोजन समिति द्वारा मारवाड़ी भवन मे हास्य कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया. कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि महावीर प्रसाद सोमानी तथा उद्घाटन पुनीत पोद्दार ने दीप प्रज्ज्वलित कर की.
समिति के अध्यक्ष व अन्य ने कवियों को किया सम्मानित
तत्पश्चात समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार जैन, मुख्य संयोजक ललित कुमार पोद्दार, सचिव पवन पोद्दार, पूर्व अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल, कोषाध्यक्ष पवन शर्मा, अंकेक्षक मनोज बजाज, किशोर मंत्री, अशोक नारसरिया, कमल जैन, अनिल अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, राजेश भरतिया, प्रवक्ता संजय सर्राफ ने कवि सम्मेलन में पधारे ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय कवियों को होलीयाना अंदाज में सब्जी की माला, पुष्पगुच्छ, अंग वस्त्र एवं मोंमेटो देकर स्वागत किया.
समिति 8 वर्षों से कवि सम्मेलन कराती आ रही : विनोद
स्वागत भाषण देते हुए समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार जैन ने कहा कि समिति विगत 8 वर्षों से कवि सम्मेलन का आयोजन करा रही है. अब तक देश के कई नामी- गिरामी हास्य कवियों इस आयोजन में शिरकत की है तथा यह सातवां आयोजन है.
कवि राव अजातशत्रु ने व्यंग्य की बौछार की
कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए कवि राव अजातशत्रु ने हंसी के फव्वारे की बौछार करते तीखे वाण व्यंग्य का मधुर संगम पेश किया. हास्य रस के विख्यात कवि सुरेश अलबेला ने अपने तीखे व्यंग्य अंदाज से दर्शकों को खूब गुदगुदाया. इस दौरान हंसी के ठहाके देर रात तक चली.
ना मैं सपा का आदमी, ना मैं भाजपा का, मैं सिर्फ अपनी लुगाई का आदमी
सुरेश अलबेला ने अपने अलबेले अंदाज पर कहा की ना मैं सपा का आदमी हूं ना मैं भाजपा का आदमी हूं मैं सिर्फ अपनी लुगाई का आदमी हूं, सुरेश अलबेला ने कांग्रेस की चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस को ना तो प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस अभी तो सिर्फ चाय वाला प्रधानमंत्री देखा है.
गाय वाला नहीं यूपी का गाय वाला प्रधानमंत्री बन गया
गाय वाला नहीं यूपी का गाय वाला प्रधानमंत्री बन गया, तो कांग्रेसियों को चाय वाले पीएम मोदी साक्षात भगवान नजर आएंगे. कॉमेडियन करते हुए कहा कि यूक्रेन में राष्ट्रपति कॉमेडियन है पंजाब में कॉमेडियन सीएम बन गया है मैं भी अल्कोहल लूंगा तो जरूर कुछ बन जाऊंगा. कवि 50% पागल होते हैं तथा हमें बुलाने वाले 100% पागल होते हैं.
अरुण जेमिनी, विनीत चौहान एवं केसर देव ने लोटपोट किया
हास्य कवि अरुण जेमिनी, विनीत चौहान एवं केसर देव मारवाड़ी ने अपने हास्य कविताओं के जरिये लोगों को हंसाते- हंसाते लोटपोट कर दिया. उन्होंने वर्तमान राजनीति, देश की हालात, आतंकवाद, सामाजिक बुराइयां पर भी जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि आजकल तनाव भरी जिंदगी में लोग हंसना भूल गए है. इसलिए वह लोगों की उदासी दूर करने निकले हैं.
अवसाद और उदासी आगे बढ़ने नहीं देती
यह अवसाद और उदासी हमें आगे बढ़ने नहीं देती है. इसलिए अपने आप को मजबूत करने के लिए हर परिस्थिति में मुस्कुराते रहना चाहिए. श्रृंगार रस की कवित्री गौरी मिश्रा ने भी कई चुटकुले व्यंग्य कविताओं की लड़ी लगा दी.
ना खुद परसों मेरे हमदम ना तरस आने की होली है
गौरी मिश्रा ने अपने कविता के जरिए से कहा कि बहेगी रूप की और रंग की रसदार होली में लेकिन मुझको है होगा कुछ नया इस बार होली में… महीनों से जो दिल में है जुबां पर आ नहीं पाया लगाकर रंग होगा प्यार का इजहार होली में… ना खुद परसों मेरे हमदम ना तरस आने की होली है यह सावन की फुहारों सी बरस जाने की होली है.
कवि सम्मेलन मे तीन हज़ार लोग पहुंचे
बरसों से जागी आंखों को ख्वाब अनूठा दे जाओ… तथा खूब वाहवाही लूटी. कवि सम्मेलन मे 3000 से भी अधिक लोगों ने हंसी के साथ कवि सम्मेलन का लुफ्त उठाया. बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित थी. दर्शकों के लिए एलईडी भी मैदान में लगाए गए थे पेयजल जलपान एवं ठंडाई का विशेष काउंटर की व्यवस्था की गई थी.
इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में-सांसद संजय सेठ, विधायक सीपी सिंह, पूर्व सांसद महेश पोद्दार, ओम प्रकाश अग्रवाल, डॉ.ओमप्रकाश प्रणव, प्रदीप राजगढ़िया, कौशल राजगढ़िया, मनोज चौधरी, नंदकिशोर पाटोदिया, मुकेश काबरा, अजय डीडवानिया, प्रेम मित्तल, निर्मल बुधिया, सुनील केडिया, ज्योति कुमारी, सज्जन पाड़िया, विनोद कुमार जैन, पवन पोद्दार, ललित कुमार पोद्दार, सुरेश चंद्र अग्रवाल, पवन शर्मा, मनोज बजाज, संजय सर्राफ, अशोक नारसरिया, कमल कुमार जैन, अनिल कुमार अग्रवाल, अशोक कुमार अग्रवाल, अनूप कुमार अग्रवाल, किशोर कुमार मंत्री, पुनीत अग्रवाल, पुनीत पोद्दार, राजेश भरतिया, पवन बजाज, अजय खेतान, सौरव बजाज, रमन बोड़ा, आदि के अलावे बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे.