पटना: इंडी गठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा सारण पहुंची, अखिलेश यादव ने किया यात्रा में भाग
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर हमला, आंदोलन को और मजबूती देने का किया दावा
पटना, 30 अगस्त : इंडी गठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा का आज अंतिम दिन है, और यह यात्रा सारण पहुंच चुकी है। इस यात्रा में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल हुए। यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव कर रहे हैं।
रोहिणी आचार्य का भी शामिल होना
इस ऐतिहासिक यात्रा के अंतिम दिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भी यात्रा में भागी। यात्रा का उद्देश्य देशभर में नागरिकों के मताधिकार की रक्षा करना और लोकतंत्र के प्रति जागरूकता फैलाना है।
तेजस्वी का भाजपा पर तीखा हमला
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार और एनडीए पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “इस यात्रा से भाजपा घबराई हुई है। एनडीए के लोग सभी तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहे हैं, लेकिन वे बिहार में फिर से सत्ता में लौटने वाले नहीं हैं।”
तेजस्वी ने आगे कहा, “भाजपा शुरू से ही हिंसा करती आई है। भाजपा और एनडीए में भ्रष्टाचारियों और अपराधियों की भरमार है। इनका असली चेहरा जनता जान चुकी है।”
मनोज झा का बयान: आंदोलन की गूंज बिहार से बाहर तक
राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा, “यह यात्रा अब सिर्फ राहुल और तेजस्वी की मुहिम नहीं रही, बल्कि यह आम जनता के दिलों की आवाज़ बन चुकी है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि इस आंदोलन की गूंज सिर्फ बिहार में ही नहीं, बल्कि बिहार के बाहर तक सुनाई दे रही है।
अखिलेश यादव के शामिल होने से मजबूती
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने अखिलेश यादव के यात्रा में शामिल होने को ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “अखिलेश यादव जी का मतदाता अधिकार यात्रा में शामिल होना लोकतंत्र की रक्षा के इस आंदोलन को और मजबूती देता है। वे भाजपा द्वारा लोकतंत्र को नष्ट करने के कथित प्रयास के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक दृढ़ सहयोगी हैं और गरीबों व वंचितों की एक सशक्त आवाज़ हैं।”
पटना में जनसभा की तैयारियां
वोटर अधिकार यात्रा का समापन पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 1 सितंबर को होने वाला है, जहां एक विशाल जनसभा आयोजित की जाएगी। इस कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है, और इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। 31 अगस्त को सभी नेता विश्राम करेंगे, और इसके बाद 1 सितंबर को समापन कार्यक्रम होगा।
