रांची : ख्रीस्तियों की सहायता मरिया चर्च कंजिया के नवनियुक्त पल्ली पुरोहित फादर वाल्टर हेमरोम के पदस्थापन एवं संत जोन मेरी विआन्नी पुरोहितों के आदर्श के पर्व के अवसर पर आयोजित पवित्र यूखरिस्त समारोह में शामिल विश्वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि पल्ली पुरोहित स्थानीय कलीसिया का चरवाहा होता है.
आज फादर वाल्टर को वे सारे दायित्व दी जा रही है जो एक पल्ली पुरोहित को कथलिक कलीसिया में प्रावधान दी गई है. वह स्वयं के लिए नहीं बल्कि ईश्वर की प्रजा के लिए एक पुरोहित है संत जॉन मेरी बियानी सभी पुरोहितों के आदर्श है उनका संपूर्ण जीवन मानव मुक्ति के आध्यात्मिक एवं नैतिक जीवन के विकास के लिए कार्य किया. उन्होंने गरीबों की सेवा एवं पापस्वीकर सुनने के लिए लगातार लोगों के बीच में उपस्थित रहे.
आज भी पुरोहित लोगों के आध्यात्मिक जीवन में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. कंजिया पल्ली की स्थापना सन 1935 में की गई थी इस समय में यह क्षेत्र अत्यंत पिछड़ा एवं शिक्षा तथा स्वास्थ्य की सुविधा से लोग वंचित था. मिशनरियों के आगमन से धीरे-धीरे यह क्षेत्र विकसित होता गया.
आज के समारोह में बिशप थियोडोर मसकारेंस एस एफ एक्स फादर संजय गिद्ध, फादर वाल्टर हेमरोम जुएल कुजूर, फादर रोशन फादर एंथोनी फादर यशवीर और भारी संख्या में विश्वासी गण उपस्थित थे.