पलामू : जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के अर्जुनडीह गांव के नजदीक सुखनदिया (मंदेया) नदी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत हो गई. दोनों महुआ चुनने के लिए गयी थीं. नदी में नहाने के दौरान दोनों डूब गईं. लड़कियों की पहचान अर्जुनडीह निवासी राशीद अंसारी की पुत्री 10 वर्षीय आपदा खातून एवं 8 वर्षीय आजरा खातून के रूप में हुई है. दोनों के शव नदी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
बताया जाता है कि गुरुवार दोपहर लगभग 12 बजे दोनों बहनें गांव के पास में महुआ चुनने गई थीं. आपदा एवं आजरा के साथ गांव की तीन बच्ची भी साथ में महुआ चुनने गयी थीं. इसी क्रम में पांचों बच्चियां सुखनदिया (मंदेया) नदी में उतरकर नहाने चली गईं. आपदा नहाते के दौरान आगे बढ़ गई और बीच में बने 10 फीट गहरे गड्ढे में समा गयी. उसके पीछे उसकी छोटी बहन आजरा भी चली गई. जब दोनों नदी से बाहर नहीं निकलीं तो अन्य तीनों बच्चियों ने गांव में जाकर परिजनों को घटना की जानकारी दी. गांव के लोग बच्चियों के साथ नदी के पास में गए और नदी में खोजने के लिए उतरे. काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चियों के शव बाहर निकाले गए.
गांव के लोगों में इस घटना से काफी आक्रोश है. लोगों का आरोप है कि बालू माफिया द्वारा जेसीबी से बालू निकाला जाता है और जगह-जगह पर दस-दस फीट के गड्ढे बना दिए हैं. इन गड्ढों में पानी जमा हुआ था. बालू माफिया की वजह से दोनों बच्चियों की जान चली गई है.
कउवल पंचायत के पूर्व मुखिया अब्दुल जलील ने कहा कि सुखनदिया में बालू उठाव के दौरान अगर गड्ढा नहीं बना होता तो दोनों मासूम बच्चों की जान नहीं जाती. उन्होंने छत्तरपुर के पदाधिकारियों से मांग की कि इस घटना पर तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाए, ताकि दोबारा ऐसी घटना ना हो.