पाकिस्तान में रविवार को सिंध प्रांत के नवाबशाह शहर के पास हजारा एक्सप्रेस ट्रेन की 10 बोगियां पटरी से उतरने से 25 लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा 150 से अधिक यात्री घायल हो गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवाबशाह के सरहरी रेलवे स्टेशन के पास यह हादसा हुआ.
ट्रेन कराची से रावलपिंडी जा रही थी
यह ट्रेन कराची से रावलपिंडी जा रही थी. बचाव दल और पुलिस अधिकारियों को घटना स्थल पर भेजा गया है. घायलों को नवाबशाह के पीपुल्स मेडिकल अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है. हताहत और घायल यात्रियों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
रेस्क्यू के लिए आर्मी तलब, आर्मी भी पस्त
‘द न्यूज’ वेबसाइट के मुताबिक- लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के पास रेस्क्यू के कोई साधन मौजूद नहीं हैं. लिहाजा, लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने पास के कैंटोनमेंट से आर्मी की एक यूनिट को बुलाया है. फिलहाल, आर्मी भी इस हालत में नहीं है कि ब्रिज और तालाब से घायलों या मारे गए लोगों के शव निकाल सके. इसकी वजह यह है कि इस इलाके में काफी कीचड़ है और वहां किसी तरह के इक्युपमेंट्स भी नहीं पहुंचाए जा सकते. पुलिस ने एक क्रेन जरूर बुलायी, लेकिन वो हादसे वाले जगह तक नहीं पहुंच सकी.
रेल मंत्री को हादसे का नहीं पता
एक हफ्ते में टेन्योर पूरा करने जा रही पाकिस्तान सरकार के रेलवे मिनिस्टर ख्वाजा साद रफीद को दो घंटे बाद तक इस हादसे की जानकारी ही नहीं थी. मीडिया ने जब उनसे इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा- मुझे अभी एक्सीडेंट के बारे में पता लगा है. मैं जानकारी जुटा रहा हूं. फिलहाल, ये नहीं बता सकता कि कितनी बोगियां पटरी से उतरी हैं. वहां की लोकल एडमिनिस्ट्रेशन से संपर्क किया है.
कोई आला अफसर मौके पर नहीं पहुंच सका.
‘द न्यूज’ के मुताबिक- हादसे के बाद बदइंतजामी का आलम ये था कि कोई आला अफसर मौके पर नहीं पहुंच सका. इसकी वजह भारी बारिश बतायी गयी है. हैरानी की बात ये है कि रेलवे और सिविल एविएशन की जिम्मेदारी एक ही मंत्री के पास है और वो अपने चुनाव क्षेत्र में व्यस्त हैं.