बच्चों के लर्निंग आउटकम को बढ़ाना और उनका समग्र विकास हमारा उद्देश्य होना चाहिए : उमाशंकर सिंह

राँची

2025 में सभी विद्यालयों का जारी होगा स्कोर कार्ड

रांची : राज्य में संचालित 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों एवं 325 प्रखंडस्तरीय आदर्श विद्यालयों के शिक्षकों और एचएम के लिए गुरुवार से झारखंड अधविद्य परिषद, नामकुम में पांच दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला की शुरुआत हुई.

इस कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने कहा कि बच्चों के लर्निंग आउटकम को बढ़ाना शिक्षा विभाग का उद्देश्य है. एनईपी होलिस्टिक डेवलपमेंट की बात करता है. प्रोफेशनल एजुकेशन और स्किल एजुकेशन के हर पहलू पर काम करना जरूरी है. स्कूलों के शैक्षणिक वातावरण को सुधारने के लिए शिक्षकों के साथ पदाधिकारी भी जिम्मेदार है. अगर रिजल्ट संतोषजनक नहीं होता है तो शिक्षकों एवं पदाधिकारियों दोनों के ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी.

उमाशंकर सिंह ने कहा कि आदर्श विद्यालयों में शत प्रतिशत रिजल्ट होना चाहिए. इसकी परिकल्पना शत प्रतिशत रिजल्ट को ध्यान में रखकर ही की गयी है. कई विद्यालयों ने इस वर्ष शत प्रतिशत रिजल्ट का लक्ष्य हासिल भी किया है. ऐसे विद्यालयों के शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा. उन्होंने अधिकारियो और शिक्षकों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षा के नाम पर खानापूर्ति किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी.

शिक्षा सचिव ने कहा कि शिक्षकों पर कार्रवाई करने से पहले उन्हें प्रशिक्षण दे, अवसर दे. उसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी तो विभाग कार्रवाई करेगा ही. उन्होंने सभी एचएम को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी का बहाना नहीं चलेगा. राज्य में लगातार शिक्षकों की नियुक्ति का प्रयास हो रहा है. एचएम को अगर विद्यालय के प्रबंधन और उसकी पढ़ाई में रुचि नहीं है, तो हमें बताये. हम आगे का काम करेंगे. विद्यालय में अनुशासन जरूरी है. एचएम यह सुनिश्चित करें कि शिक्षकों के बीच तालमेल बेहतर हो. कोई भेदभाव ना हो.

उन्होंने झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन को रेल एसए 1 और एसए 2 के डाटा संग्रहण को लेकर तंत्र विकसित करने का निर्देश दिया. अगस्त, 2024 के अंतिम सप्ताह में राज्य में संचालित 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों एवं 325 प्रखंडस्तरीय आदर्श विद्यालयों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया जायेगा. कई मानकों पर इन स्कूलों का मूल्यांकन किया जाएगा. कुल 2000 अंकों का विद्यालयों का मूल्यांकन होगा. यह रिपोर्ट कार्ड हर महीने जारी होगा. अगस्त में 405 विद्यालयों का रिपोर्ट कार्ड जारी होगा. नवंबर महीने से इसके दूसरे चरण में सभी +2 विद्यालयों का रिपोर्ट कार्ड बनेगा. मार्च 2025 तक सभी विद्यालयों (कक्षा 1-5 तक को छोड़कर) का रिपोर्ट कार्ड जारी किया जाएगा. हर माह के अंत में स्कूल रिपोर्ट कार्ड जारी किया जाएगा. बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को प्रोत्साहित किया जाएगा.

हर माह रेल का डाटा अपलोड होगा

उमाशंकर सिंह ने निर्देश दिया है कि हर माह ई-विद्यावाहिनी में रेल का डाटा अपलोड किया जाए. इससे बच्चों के शैक्षणिक अधिगम में उत्तरोत्तर वृद्धि का आकलन किया जायेगा. बच्चों के प्रदर्शन पर लगातार नजर रखी जा रही है. स्कूलों में रेल रजिस्टर जरूर बनायें. रेल से बच्चों में परीक्षा का डर तो समाप्त होता ही है, साथ ही उनके लेखन शैली का भी विकास होता है. बच्चों के प्रदर्शन के बारे में अभिभावकों को भी बताये. रेल परीक्षा के बाद शिक्षकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है.

शिक्षकों और एचएम का हुआ ऑनलाइन असेसमेंट टेस्ट

कार्यशाला के पहले दिन राज्य भर से आये शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के लिए ऑनलाइन असेसमेंट टेस्ट का आयोजन किया गया. कुल 25 अंकों के ऑनलाइन असेसमेंट टेस्ट में विभिन्न विषयों से संबंधित शिक्षक शामिल हुए. एक घंटे तक चले इस ऑनलाइन असेसमेंट टेस्ट में सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ थे और प्रत्येक सही उत्तर पर एक नंबर दिया गया था. टेस्ट में प्रत्येक गलत उत्तर पर नेगेटिव मार्किंग भी की गयी. ऑनलाइन असेसमेंट टेस्ट के बाद इसके नतीजे भी शिक्षकों की मौजूदगी में घोषित कर दिए गए. असेसमेंट टेस्ट में शिक्षकों ने बेहतर प्रदर्शन किया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *