खूंटी में पीएलएफआइ का कुख्यात उग्रवादी दसाय पूर्ति गिरफ्तार

खूँटी

खूंटी : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेश फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएलएफआइ) के कुख्यात उग्रवादी दसाय पूर्ति उर्फ गेड़े को पुलिस ने शुक्रवार की देर रात मुरहू थाना के एतरे अलटंडा के जंगल से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 8 एमएम की छह गोलियां, वॉकी टॉकी हेड सेट, पीएलएफआइ का चंदा रसीद, लेवी के रूप में वसूले गए 5200 रुपये नकद और दैनिक उपयोग के सामान बरामद किये गये.

बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे

एसपी कार्यालय में शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी अमन कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि पीएलएफआइ का एरिया कमांडर टीरा बोदरा उर्फ राड़ूंग बोदरा उर्फ लंबू अपने दस्ता के सदस्यों के साथ मुरहू थाना क्षेत्र उरीकेल, तपिंगसेरा, एतरे के जंगली क्षेत्र में भ्रमणशील है और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है.

टीरा बोदरा के कहने और उसके इशारे पर कई घटनाओं में वह शामिल था

सूचना के सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए अपर पुलिस अधीक्षक अभियान रमेश कुमार के निर्देश पर और खूंटी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार के नेतृत्व में खूंटी जिला पुलिस बल, क्यूआरटी सीआरपीएफ 94 बटालियन, खूंटी जिला पुलिस के पदाधिकारी और सशस्त्र बल को शामिल कर छापामारी दल का गठन किया गया. छापामारी दल ने मुरहू थाना क्षेत्र के एतरे टोला अलटंडा के जंगल में चलाये गये सर्च अभियान के दौरान एक व्यक्ति को पकड़ा, जबकि अन्य लोग भागने में सफल रहे. पकड़े गये व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम दसाय पूर्ति उर्फ गेड़े पिता स्व बुधराम पूर्ति ग्राम एतरे थाना मुरहू बताया. एसपी ने बताया की पूछताछ के दौरान गिरफ्तार दसाय पूर्ति ने बताया कि पीएलएफआइ के एरिया कमांडर टीरा बोदरा उर्फ लंबू द्वारा उसे क्षेत्र की देखरेख करने और लेवी वसूलने की जिम्मेदारी सौंपी थी. उसने बताया कि टीरा बोदरा के कहने और उसके इशारे पर कई घटनाओं में वह शामिल था.

पुराना आपराधिक इतिहास रहा है दसाय पूर्ति का

एसपी ने बताया कि दसाय पूर्ति उर्फ गेड़े का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. उसके खिलाफ मुरहूु थाना, खूंटी, नामकुम और बंदगांव थाने में हत्या, आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए एक्ट सहित अन्य संगीन धाराओं के तहत सात मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया की दसाय पूर्ति के खिलाफ मुरहू थाने में चार मामले दर्ज हैं.

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