रांची : कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को झारखंड के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने मुंबई से गिरफ्तार किया है. पुलिस मुख्यालय में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी अजय कुमार सिंह, एडीजी अभियान और एटीएस एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी.
सूचना के बाद एटीएस की टीम को मुंबई भेजा गया
डीजीपी ने बताया कि एटीएस को सूचना मिली थी कि हत्या, आतंक का पर्याय, संगठित अंतर्राज्यीय आपराधिक गिरोह का सरगना अमन श्रीवास्तव मुंबई में पनाह लिए हुए हैं. सूचना के बाद एटीएस की टीम को मुंबई भेजा गया, जहां महाराष्ट्र एटीएस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया गया. अमन श्रीवास्तव को मुंबई न्यायालय के समक्ष मंगलवार को प्रस्तुत किया गया, जहां न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे रांची लाया जाएगा.
सात- आठ वर्षों से आतंक का पर्याय रहा है अमन श्रीवास्तव
डीजीपी ने बताया कि अमन पिछले सात- आठ वर्षों से आतंक का पर्याय रहा है. इस गैंगस्टर पर कुल 23 जघन्य आपराधिक कांड दर्ज हैं. इनमें हत्या के दो, हत्या के प्रयास के चार, रंगदारी के 13, आर्म्स एक्ट के दो, यूएपी एक्ट का एक एवं धारा 174 (ए) भादवि का एक कांड शामिल हैं. इसके अतिरिक्त इस गैंग के खिलाफ राज्य के अन्य जिलों में और भी कई कांड दर्ज हैं, जिसका विवरण एकत्रित किया जा रहा है.
भय तथा आतंक का माहौल बनाकर रंगदारी मांगता था
डीजीपी ने बताया कि गैंगस्टर राज्य के कोयला उत्खनन क्षेत्र और विकास योजनाओं में कार्यरत कम्पनियों एवं कारोबारियों के बीच भय तथा आतंक का माहौल बनाकर लगातार रंगदारी की मांग करता था. रंगदारी के लिए फायरिंग एवं अन्य विध्वंसकारी घटना को अंजाम देता था.
अन्य राज्यों में बना रहा था ठिकाना
इससे व्यवसायियों एवं आम जनता के बीच काफी भय एवं आतंक का माहौल बना हुआ था. डीजीपी ने बताया कि विगत सात- आठ वर्षों से टेक्निकल रूप से निपुण यह अपराधी अन्य राज्यों (तेलंगाना महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात एवं मध्य प्रदेश) में ठिकाना बनाकर घटना को अंजाम दे रहा था.