जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमला बोलने वाले उपेन्द्र कुशवाहा पर अपनी भड़ास निकालते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा है कि कुशवाहा ये सब अपने से नहीं भाजपा के कहने पर बोलते हैं. उनके बयान मायने नहीं रखते, लेकिन वो बार-बार ऐसे बयान दे रहे हैं मतलब उन्हें कोई और चला रहा है.
बांका में नीतीश कुमार ने कहा- कुशवाहा के समाचार दिल्ली में छप रहे
समाधान यात्रा के क्रम में सोमवार बांका पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुशवाहा के समाचार दिल्ली के अखबारों में खबर छप रहे हैं. जब हम सवेरे निकलते हैं तो 45-50 मिनट अखबार देखते हैं. आज देखे हैं दिल्ली का न्यूज, क्या मतलब है इन सब चीजों का. हमारे साथ काहे के लिए थे? आए तो इज्जत दे दिए उनको, हमको आश्चर्य हुआ. हमको बीच में कहा कि बात करेंगे, लेकिन अब बात ही नहीं कर रहा.
उपेंद्र कुशवाहा की जो इच्छा है वह करें
मुख्यमंत्री ने खुले तौर पर कहा कि उपेंद्र कुशवाहा की जो इच्छा है वह करें, हमें कुछ नहीं सुनना. हमने तीसरी बार उनको एक्सेप्ट किया है. हमने उस आदमी को कितना बढ़ाया है. एमएलए बनाया, हम लोगों ने अपनी तरफ से पार्टी का लीडर बनाया. फिर भाग गया. फिर एक बार आ गया, राज्यसभा सांसद भी बना दिया, फिर भाग गया. तीसरी बार आ गया. तीसरा बार आया तो बोला कि हर हाल में रहेंगे. ये सब अचानक दो महीने के अंदर हुआ है. रोज बोलने का मतलब क्या है. इसके प्रचार का मतलब अब समझिए, इसका प्रचार कौन कर रहा है.
मुख्यमंत्री से पूछे जाने पर कि क्या यह भाजपा की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा बोल रहे हैं तो उन्होंने बोला कि प्रचार किया जा रहा है तो आप समझिए. कौन मौका दे रहा है? हम लोगों के अध्यक्ष ने कह दिया है, हमने भी सबको कह दिया है कि किसी को कुछ बोलने की जरूरत नहीं है. जो भी बोले, जो इच्छा हो बोलते रहे, कोई मतलब नहीं है.