तेजस्वी यादव का नीतीश सरकार पर तीखा हमला, बोले— ‘अब सरकार वोटर चुन रही है’
पटना, 23 जुलाई (हि.स.)।
बिहार विधानसभा में बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कई गंभीर आरोप लगाए और सरकार की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया।
🔴 वोटर लिस्ट से नाम हटाने का आरोप
तेजस्वी ने दावा किया कि बिहार में करीब 55 लाख वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा,
“चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में 700 पन्नों का हलफनामा दिया, जिसमें विदेशी नागरिकों का कोई जिक्र नहीं है। फिर भी सरकार और भाजपा हल्की राजनीति कर रही है।”
तेजस्वी के अनुसार, 22% वोटर घर पर नहीं मिले, जिसके आधार पर 80 लाख नाम तक हटाए जा सकते हैं। उन्होंने इसे “वोटर लिस्ट की नहीं, बल्कि लोगों के अस्तित्व को मिटाने की साजिश” करार दिया।
🗣️ ‘बच्चा कहने में क्या दिक्कत?’
मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें “बच्चा” कहने पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी बोले:
“वो मेरे पिता की उम्र के हैं, बच्चा कहने में कोई दिक्कत नहीं। लेकिन जब बच्चा बोलता है, तो कच्ची बात नहीं बोलता।”
उन्होंने कहा कि बिहार से भारी पैमाने पर पलायन हो रहा है और सरकार इससे बेखबर है।
🧑⚖️ CM पर सीधा हमला: ‘सरकार चलाने की स्थिति में नहीं’
तेजस्वी ने कहा,
“CM चर्चा के विषय SIR पर बोलने की बजाय पुराने भाषण दोहराते रहे। उनकी स्थिति अब सरकार चलाने लायक नहीं है। सरकार अब दिल्ली से अमित शाह के इशारे पर चल रही है।”
🎯 विजय सिन्हा और अशोक चौधरी पर निशाना
NDA नेताओं की अंदरूनी कलह पर कटाक्ष करते हुए तेजस्वी ने कहा:
“दो दिन पहले विजय सिन्हा और अशोक चौधरी आपस में भिड़ गए थे— एक ने ग्रामीण कार्य विभाग तो दूसरे ने खनन विभाग लूटने का आरोप लगाया। और आज ये करण-अर्जुन बनकर घूम रहे हैं।”
💬 भाई वीरेंद्र के बयान का बचाव
RJD विधायक भाई वीरेंद्र के ‘किसी के बाप का सदन थोड़ी है’ बयान पर तेजस्वी बोले:
“उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा। जब CM बोल रहे थे, हम चुप थे। लेकिन जब मैं बोल रहा था, तो उपमुख्यमंत्री और उनके लोग हंगामा करने लगे।”
⚖️ अध्यक्ष की फटकार के बाद भी हंगामा
सदन में हंगामे के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और अन्य मंत्रियों को फटकार लगाई। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद हंगामा जारी रहा और सदन की गरिमा को ठेस पहुंची।
❓ ‘विपक्ष सवाल नहीं पूछेगा तो कौन पूछेगा?’
तेजस्वी ने पत्रकारों से कहा,
“सरकार किसकी है? PM, CM किसके हैं? अगर विपक्ष सवाल नहीं पूछेगा तो जवाब कौन देगा?”
उन्होंने कहा कि उन्होंने सबूतों के साथ अपनी बात रखी, लेकिन सरकार के लोग शोर-शराबे में जवाब से बचते रहे।
