रांची: आजीविका कंप्यूटर ऑपरेटर संघ ने जेएसएलपीएस सीईओ को सौंपा मांग पत्र, वेतन बढ़ोतरी सहित कई मुद्दों पर समाधान की मांग
रांची, 22 जुलाई — झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के महामंत्री सुनील कुमार साह के नेतृत्व में मंगलवार को झारखंड राज्य आजीविका कंप्यूटर ऑपरेटर संघ का एक शिष्टमंडल झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी (CEO) अनन्य मित्तल से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने डेटा एंट्री ऑपरेटरों की लंबित मांगों को लेकर एक मांग पत्र सौंपा और जल्द समाधान की अपील की।
384 ऑपरेटरों को लेवल L-7 में जोड़ने की मांग
महासंघ के महामंत्री सुनील कुमार साह ने कहा कि जेएसएलपीएस में कार्यरत 384 डाटा एंट्री ऑपरेटरों को अब तक मानव संसाधन नियमावली के लेवल L-7 में शामिल नहीं किया गया है, जबकि इस पर पहले भी मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव वंदना दादेल से मिलकर मांग की गई थी। उन्होंने इस संबंध में संस्था को पीत पत्र भी भेजा था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
वेतन विसंगति पर भी जताई नाराजगी
संघ ने यह भी बताया कि:
- पथ निर्माण विभाग में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटरों को ₹40,900 प्रतिमाह मानदेय मिल रहा है।
- जबकि जेएसएलपीएस में मात्र ₹22,050 प्रतिमाह ही दिया जा रहा है।
सुनील कुमार साह ने इसे मौजूदा महंगाई में बेहद अनुचित बताते हुए मांग की कि सभी ऑपरेटरों को समान मानदेय ₹40,900 दिया जाए।
पदस्थापन दूरी नियमों का उल्लंघन
संघ ने यह भी शिकायत की कि डाटा एंट्री ऑपरेटरों को 15 किलोमीटर के भीतर पदस्थापित किए जाने का नियम है, लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने मांग की कि सभी कर्मचारियों का स्थल चयन 15 किमी के दायरे में किया जाए।
सीईओ ने दिया सहानुभूतिपूर्वक विचार का आश्वासन
मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अनन्य मित्तल ने प्रतिनिधिमंडल की सभी मांगों को सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और उचित स्तर पर समाधान का आश्वासन दिया।
