तेजस्वी यादव की चेतावनी: वोटर लिस्ट में अनियमितताएं नहीं रुकीं तो करेंगे विधानसभा चुनाव का बहिष्कार
पटना, 24 जुलाई । बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को विधानसभा सत्र के बाद मीडिया से बातचीत में चेतावनी दी कि अगर वोटर लिस्ट में अनियमितताएं नहीं रोकी गईं, तो महागठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर सकता है।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग सरकार के “राजनीतिक औजार” के रूप में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर हो रहा है, वह पूरी तरह संदिग्ध है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि महागठबंधन इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहा है और सभी दलों के नेताओं से चर्चा के बाद चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “हम नहीं चाहते कि अवैध या बाहरी व्यक्ति बिहार में वोट डालें। सुप्रीम कोर्ट में खुद चुनाव आयोग ने कहा है कि कोई विदेशी इसमें शामिल नहीं है, फिर भी सरकार की भूमिका पूरी तरह संदेह के घेरे में है।”
तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जब सबको सेट देना है तो वैसे ही दे दीजिए, चुनाव कराने का क्या मतलब रह जाएगा? सरकार सिर्फ संख्या पूरी करने के लिए इस फर्जीवाड़े को सही ठहरा रही है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक ही जगह बैठकर हजारों फॉर्म भरे जा रहे हैं, एक-दूसरे के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं। तेजस्वी ने दावा किया कि उनके पास इस संबंध में कई वीडियो सबूत हैं, जिन्हें उन्होंने सार्वजनिक भी किया है।
विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्वयं विधानसभा में जवाब देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। इससे साफ होता है कि सरकार चुनाव आयोग की संदिग्ध प्रक्रिया का समर्थन कर रही है।
