नई दिल्ली : देश में लोकतंत्र का उत्सव जारी है और पहले चरण में देशभर में मतदाता बड़ी संख्या में वोट डाल रहे हैं. शाम 5 बजे तक 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है. त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और असम में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है.
पहले चरण में सभी 21 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में मतदान सुचारु और शांतिपूर्वक चल रहा है. आज सुबह 7 बजे 102 संसदीय क्षेत्रों में एक साथ मतदान शुरू होने पर मतदान केंद्रों पर लंबी कतारों में खड़े मतदाताओं को वोट देने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हुए देखा गया. यह क्रम देर शाम तक जारी है.
चुनाव आयोग के अनुसार पहले चरण में शाम 5 बजे तक अरुणाचल प्रदेश की सभी दो सीटों पर 64.07, असम की 14 सीटों पर 70.77, बिहार की चार सीटों पर 46.32, छत्तीसगढ़ की 11 सीटों पर 63.41, मध्य प्रदेश की छह सीटों पर 63.25, महाराष्ट्र की पांच सीटों पर 54.85, मणिपुर की दो सीटों पर 68.62, मेघालय की सभी दो सीट पर 69.91, मिजोरम की एक सीट पर 53.96, नगालैंड की एक सीट पर 56.18, राजस्थान की 12 सीट पर 50.27, तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर 62.08, त्रिपुरा की एक सीट 76.10, उत्तर प्रदेश की आठ 57.54, लक्षद्वीप की एकमात्र सीट पर 59.02, पुडुचेरी की एकमात्र सीट पर 72.84, उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर 53.56, पश्चिम बंगाल की तीन सीट पर 77.57, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की एकमात्र पर 56.87 और जम्मू-कश्मीर की एक सीट 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ है.
चुनाव आयोग के अनुसार आज मतदान केंद्रों के दृश्यों में समावेशी चुनाव सुनिश्चित करने के प्रयासों के सफल परिणाम देखने को मिले. विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने की खुशी से झूमते हुए देश भर के मतदान केंद्रों पर आए. दक्षिण अंडमान में स्ट्रेट द्वीप से ग्रेट अंडमानी जनजाति ने भी उत्साहपूर्वक मतदान में भाग लिया.
पश्चिम बंगाल में हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से जारी है. हालांकि सूबे में कूचबिहार और जलपाईगुड़ी में कुछ स्थानों पर भाजपा और टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक छड़पें और उनके कार्यालयों में तोड़फोड़ होने की सूचना है.
उधर, पूर्वोत्तर के मणिपुर के मैरांग केंद्र पर गोलीबारी की घटना हुई. यहां दो गुटों के बीच यह टकराव हुआ लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. हालांकि, इस टकराव के कारण यहां एक घंटे तक मतदान रोकना पड़ा.
छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद क्षेत्रों में भी छिटपुट घटनाओं के छोड़कर शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है. हालांकि बीजापुर के गलकम के मतदान केंद्र के बाहरी इलाके में यूबीजीएल सेल विस्फोट की चपेट में आकर गंभीर रूप से जख्मी जवान देवेन्द्र कुमार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. एक अन्य घटना में बीजापुर के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के चेहका मतदान केंद्र के पास सर्चिंग के दौरान आईईडी विस्फोट से सीआरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट मनु एचसी गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें रायपुर के नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है.
इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के लिए 55.23 प्रतिशत और सिक्किम विधानसभा के लिए 52.73 प्रतिशत मतदान हुआ है. उपचुनाव की बात की जाए तो तमिलनाडु की एक विल्वनकोड सीट पर 45.43 और त्रिपुरा की रामनगर सीट पर 56.68 प्रतिशत मतदान हुआ है.
आयोग ने मतदान को सुखद और यादगार अनुभव में बदलने पर विशेष जोर दिया है. पानी, शेड, शौचालय, रैंप, स्वयंसेवक, व्हीलचेयर और बिजली जैसी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं मौजूद हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों सहित प्रत्येक मतदाता आसानी से अपना वोट डाल सकें.
स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. आयोग की ओर से 41 हेलीकॉप्टर, 84 विशेष ट्रेन और करीब एक लाख चार पहिया वाहन तैनात किए गए हैं. जो मतदान केन्द्रों पर अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों की आवाजाही सुनिश्चित करेंगे.
आयोग के अनुसार करीब 50 प्रतिशत मतदान केन्द्रों की वेब कास्टिंग की जा रही. 661 पर्यवेक्षक तैनात हैं. इनमें 127 सामान्य पर्यवेक्षक, 67 पुलिस पर्यवेक्षक और 167 व्यय पर्यवेक्षक हैं. ये चुनाव आयोग की आंख, कान और नाक की भूमिका निभायेंगे. अंतरराज्यीय सीमाओं पर 1375 और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 162 चेक पोस्ट बनाई गई हैं, ताकि अवैध सामग्री की आवाजाही न हो.