मणिपुर हिंसा मामले की जांच कर रही सीबीआई को और इससे संबंधित जुड़े नौ और मामलों की जांच करनी पड़ेगी. पीटीआई के अनुसार जांच एजेंसी के पास अब कुल 17 केस हैं. वहीं सीबीआई ने अब तक 8 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें मणिपुर में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न से संबंधित दो मामले भी शामिल हैं.
सीबीआई के पास आनेवाले केस महिलाओं से संबंधित
अधिकारियों का कहना है कि सीबीआई के पास और केस भी आ सकते हैं. इसमें खासकर महिलाओं के साथ हुए उत्पीड़न, कुकी महिला के वायरल वीडियो के मामले शामिल होंगे. मैतेई महिला से गैंगरेप का मामला भी सीबीआई को दिया जा सकता है.
3 मई से जारी हिंसा में 160 से ज्यादा मौतें
दरअसल, राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई से जारी हिंसा में 160 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि मणिपुर में 6523 एफ़आइआर दर्ज की गयी हैं. इनमें से 11 केस महिलाओं और बच्चों की हिंसा से जुड़े हैं.
समाज जातीय आधार पर बंटा, चुनौतियों से निबट रही सीबीआई
अधिकारियों ने कहा कि राज्य में समाज जातीय आधार पर बंटा हुआ है, ऐसे में जांच एजेंसी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. सीबीआई पर पक्षपात का आरोप भी लग सकता है कि वो एक समुदाय से मिली हुई है. ऐसे में बेहद गंभीरता के साथ आगे की जांच की जा रही है.
एसआईटी की 42 टीमें हिंसा के मामलों की जांच करेंगी
सुप्रीम कोर्ट ने 7 अगस्त को कहा था कि मणिपुर में हिंसा से जुड़े मामलों की 42 स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीमें जांच करेंगी. इनके काम की निगरानी डीआईजी रैंक का अफसर करेगा. ये अफसर मणिपुर के बाहर का होगा. एक अफसर 6 एसआईटी की निगरानी करेगा. इन एसआईटी की जिले के आधार पर नियुक्ति होगी.
मैतेई महिला से 3 मई को गैंगरेप, 9 अगस्त को एफआईआर
मणिपुर के चुराचांदपुर की एक मैतेई महिला ने कुकी समुदाय के लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है. घटना 3 मई की है, पुलिस ने 9 अगस्त को एफआईआर दर्ज की है. महिला ने पुलिस को बताया कि उपद्रवियों ने उसके घर में आग लगा दी थी. विरोध करने पर गैंगरेप किया.