
पलामू : पलामू जिले के पांकी के कारीमाटी से लूट की योजना बनाते गिरफ्तार महफूज अहमद (24) को गंभीर हालत में रांची रिम्स में भर्ती किया गया है. उसकी हालत चिंताजनक बताई गई है. परिजनों ने शनिवार को कहा कि पुलिस पिटाई के कारण महफूज की ऐसी स्थिति बनी है. परिजनों ने महफूज को बेहतर इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराने की गुहार लगाई है.
उल्लेखनीय है कि छह मार्च को पलामू जिले की पांकी पुलिस ने कारीमाटी से लूट की योजना बनाते महफूज समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था. हथियार और गोली बरामद की गई थी.
केंद्रीय कारा मेदिनीनगर की ओर से जानकारी दी गई है कि 6 मार्च को महफूज को जेल लाया गया था. यहां उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. पहले उसे इलाज के लिए एमआरएमसीएच में भर्ती किया गया, वहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रांची रिम्स रेफर कर दिया था. पुलिस सुरक्षा में उसका इलाज किया जा रहा है.
इधर परिजनों का कहना है कि एक मार्च को महफूज अहमद और उसके मकान मालिक को छतरपुर डाली के भीखही से नावाबाजार पुलिस ने पकड़ा था. दो दिनों तक कोई जानकारी नहीं दी. तीन मार्च को उसका बायां हाथ तोड़ दिया गया था. बहुत ज्यादा टॉर्चर किया गया.
लगातार महफूज के बारे में जानकारी मांगने पर पुलिस सूचना देने के बजाए परिजनों को प्रताड़ित करती रही. इसी बीच जब पांच मार्च को कोर्ट में आवेदन लगाया गया तो अगले दिन महफूज को अधमरा स्थिति में कोर्ट में ले जाया गया और फिर जेल भेज दिया गया.
परिजन यह भी बताते हैं कि महफूज की हालत के बारे में ना तो डॉक्टर बता रहे हैं और ना ही पुलिस पदाधिकारी. अगर उसने किसी तरह का क्राइम किया था तो उसे कानून के अनुसार सजा दी जानी चाहिए थी. पीट पीट कर अधमरा नहीं करना चाहिए था. महफूज ग्रामीण चिकित्सक का काम करता था. रिम्स में वह लगातार बेहोश है और जिंदगी और मौत से जूझ रहा है.
इधर, इस संबंध में पांकी के थाना प्रभारी राजेश रंजन का कहना है कि उन्हें महफूज के रिम्स में भर्ती होने के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. जिस वक़्त गिरफ्तारी कार्रवाई हुई थी, भागने के क्रम में उसका हाथ टूट गया था. उसे सही सलामत कोर्ट में पेश किया गया था. उसके बाद उसकी हालत अगर बिगड़ी है तो इसके बारे में पता किया जा रहा है.