बिहार

पटना में पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, महिला अभ्यर्थी का पैर टूटा; बोले– जान दे देंगे, पर हटेंगे नहीं

पटना। राजधानी पटना में सोमवार को पुलिस भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं। लाठीचार्ज में एक महिला अभ्यर्थी का पैर टूटने की सूचना है, जबकि कई अन्य को हल्की चोटें आई हैं। घटना ने प्रशासनिक कार्रवाई और युवाओं के आक्रोश को एक बार फिर आमनेसामने ला खड़ा किया है।

तिरंगा लगे पाइप से पिटाई का आरोप

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के दौरान तिरंगा लगे पाइप से भी पीटा। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिनमें पुलिसकर्मियों को झंडे लगे डंडों का उपयोग करते देखा जा सकता है। इसे लेकर विरोध और भी तेज हो गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि “अगर सरकार हमें नौकरी नहीं दे सकती, तो गोली मार दे, लेकिन हम यहां से हटने वाले नहीं हैं।”

क्या है मामला?

इन अभ्यर्थियों की मांग है कि वर्ष 2021 और 2022 में आयोजित पुलिस भर्ती प्रक्रियाओं को पूरा कर जल्द नियुक्ति दी जाए। वे कई बार सरकार से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी गांधी मैदान से सचिवालय की ओर मार्च कर रहे थे, तभी डाकबंगला चौराहे के पास पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान धक्कामुक्की बढ़ गई और पुलिस ने बल प्रयोग किया।
महिला अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल
लाठीचार्ज में एक महिला अभ्यर्थी का पैर टूटने की सूचना है, जिसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। प्रदर्शन में शामिल एक युवती ने रोते हुए बताया, “हम नौकरी मांग रहे हैं, हमें जवाब मिल रहा है लाठी से।”

प्रशासन की सफाई

पुलिस प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शन अनुमति के बिना किया जा रहा था और भीड़ नियंत्रण के लिए न्यूनतम बल का प्रयोग किया गया। तिरंगा लगे डंडों के उपयोग के आरोप पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन वरीय अधिकारियों ने जांच की बात कही है।
सियासी बयानबाज़ी भी शुरू
घटना के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए इसे “लोकतंत्र पर हमला” बताया है। तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “नौजवानों को लाठी से नहीं, नौकरी से जवाब दीजिए। सरकार युवाओं के भविष्य से खेल रही है।”
वहीं, सत्तापक्ष की ओर से कहा गया कि कानूनव्यवस्था बनाए रखना जरूरी है, लेकिन जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

क्या मांग रहे हैं अभ्यर्थी?

2021 व 2022 की पुलिस भर्ती प्रक्रिया पूरी कर नियुक्ति दी जाए
चयनित अभ्यर्थियों की सूची सार्वजनिक की जाए
नई भर्तियों की प्रक्रिया जल्द शुरू हो
आंदोलनरत छात्रों पर दर्ज केस वापस लिए जाएं
बढ़ता जा रहा है युवाओं का गुस्सा
बिहार में पहले से ही शिक्षकों और अन्य विभागों की भर्तियों को लेकर असंतोष बना हुआ है। अब पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों का यह आंदोलन भी तूल पकड़ता जा रहा है। गांधी मैदान के पास हजारों की संख्या में अभ्यर्थी डटे हुए हैं। कई ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की भी चेतावनी दी है।
📌 सरकार के लिए यह सिर्फ कानूनव्यवस्था का मुद्दा नहीं, युवाओं के भरोसे और भविष्य से जुड़ा सवाल बन चुका है।

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