कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बुधवार को रिकॉर्ड 73.19 प्रतिशत मतदान के बाद शनिवार को होने वाली मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. इस चुनाव में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्दारामैया और डीके शिवकुमार के अलावा जनता दल (सेकुलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी का भविष्य तय होगा. राज्य में विधानसभा की 224 सीटों के लिए 10 मई को मतदान हुआ था.
36 केन्द्रों पर मतगणना कल प्रात: आठ बजे से
पूरे कर्नाटक में 36 केन्द्रों पर मतगणना कल प्रात: आठ बजे शुरू होगी और दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाने की उम्मीद है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के लिए पूरे कर्नाटक में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये हैं.
2018 में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. कांग्रेस को 80 और जनता दल सेक्युलर को 37 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 38.04 प्रतिशत वोट मिले थे, इसके बाद भाजपा ने 36.22 फीसदी मत हासिल किये थे. जनता दल सेक्युलर को 18.36 फीसदी मत मिले थे.
येदुयुरप्पा की सरकार तीन दिनों के भीतर गिर गयी थी
भाजपा ने सबसे ज्यादा सीटें जीतने के बाद पार्टी नेता बी एस येदुयुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था, लेकिन विश्वास मत हासिल करने से पहले ही तीन दिनों के भीतर सरकार गिर गयी थी. सरकार बनाने के बावजूद भाजपा बहुमत का आंकड़ा जुटा पाने में असमर्थ रही थी.
कांग्रेस- जनता दल सेक्युलर की सरकार 14 महीने चली
इसके बाद कांग्रेस- जनता दल सेक्युलर ने मिलकर कर्नाटक में सरकार बनायी थी और श्री कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. चौदह महीने के भीतर ही हालांकि यह सरकार भी गिर गयी थी, क्योंकि कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के 17 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और सभी भाजपा में शामिल हो गये थे. वर्ष 2019 में हुए उपचुनावों में भाजपा ने 15 में से 12 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसके बाद भाजपा ने फिर सरकार बनायी थी.