खिलाड़ियों को खेल सामग्री भंडारण कक्ष से वंचित करना अमानवीय: खेल संघ
रांची, 23 जुलाई – मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा खेल परिसर में सोमवार को विभिन्न खेल संघों के प्रतिनिधियों ने नगर निगम के नगर आयुक्त सुशांत गौरव से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने परिसर के उत्तर-पूर्वी भाग स्थित महिला व पुरुष खिलाड़ियों के चेंजिंग रूम एवं खेल सामग्री भंडारण रूम से खिलाड़ियों को बेदखल करने के नगर निगम के प्रयास के खिलाफ लिखित शिकायत दी।
प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि सीटी मैनेजर (मिशन) चंदन कुमार ने इन्हें खाली कराने की धमकी दी और महिला खिलाड़ियों को खुले में कपड़े बदलने तक की सलाह दी, जो कि “नारी की गरिमा व मानवीय संवेदनाओं” के विरुद्ध है। ऐसा व्यवहार खेल भावना और मानवता की मूल भावना से भी हटकर है।
जब इस परिसर के जीर्णोद्धार के समय इन कमरों को तोड़ने की योजना थी, तब तत्कालीन वार्ड पार्षद और खेल संघों की संयुक्त मेहनत से यह सहमति बनी थी कि इन कमरों को यथावत रखा जाए। अब इनको खाली करने का निर्णय संघों के लिए स्वीकार्य नहीं है।
खेल संघों ने आयुक्त से अनुरोध किया कि इन कमरों को स्थायी रूप से खिलाड़ियों और खेल संघों के लिए सुरक्षित रखा जाये, और निगम के अमानवीय व्यवहार की निष्पक्ष जांच हो कर सम्बंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाये। नगर आयुक्त ने मामला संज्ञान में लेकर उचित और संतुलित समाधान दिलाने का आश्वासन दिया।
खेल संघों ने चेतावनी दी कि यदि यह रवैया बरकरार रहा तो वे सैंकड़ों खिलाड़ियों के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। उनका कहना था कि यह संघर्ष केवल कमरों का नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के सम्मान, सुविधा व सुरक्षित अभ्यास माहोल के लिए है।
प्रतिनिधिमंडल में निम्नलिखित सदस्य शामिल थे:
- गोविंद झा (जिम्नास्टिक)
- सर्वर इमाम (वुडबॉल)
- अमरेंद्र द्विवेदी (सेपक टकरा)
- दीपक वर्मा (किक बॉक्सिंग)
- मिथलेश सिंह (ताइक्वांडो)
- गौतम सिंह
- नगीना कुमार (थ्रोबॉल)
- अंश वर्मा (जरासंध अखाड़ा)
- सागर कुमार (कबड्डी)
- ब्रजेश गुप्ता (कोर्फबॉल)
- पिंटू कुमार (नेटबॉल)
- शुभम उरांव (चौक बॉल)
- धर्मेंद्र भुइयां — रूरल फुटबॉल सहित अन्य।
