रांची : एफसीको झारखंड जनशक्ति मधुर यूनियन के नेतृत्व में विशाल मधुर अधिकार मास निकाला गया. यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष ललित नारायण ओझा के नेतृत्व में पिस्का मोड़ विश्वनाथ मंदिर मैदान से अधिकार मार्च निकाल कर रातु रोड, हरमू रोड, अपर बाजार, शहीद चौक, कचहरी रोड होते हुए राज भवन पहुंचकर सभा में तब्दील हो गयी. अधिकार मार्च में बड़ी संख्या में श्रमिक बंधु थे.
हजारों महिला, पुरुष श्रमिक अधिकार के लिए सड़क पर उतरे
पंडरा बाजार समिति से पैदल मार्च अपरबाजार, ट्रांसपोर्ट, मसाला, दाल मिल, एसएफसी, एफसीआई सहित अन्य जगहों से हजारों महिला, पुरुष श्रमिक काम बंद कर अपने अधिकार के लिए सड़क पर उतरे. पूर्व महापौर व राष्ट्रीय मंत्री डॉ आशा लकड़ा भी मजदूर अधिकार मार्च में शामिल हुई और कहा कि असंगठित और असंगठित दोनों श्रमिकों को शिकार होना पड़ रहा है, राज्य में इनकी सुध बुध लेने वाला कोई नहीं.
राज्य में जंगल राज की स्थापना हो गई : ललित नारायण
राज भवन पर सभा को संबोधित करते हुए यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष ललित नारायण ओझा ने कहा कि राज्य में जंगल राज की स्थापना हो गई है. श्रमिकों के केंद्रीय योजनाओं का अनुपालन राज्य में नहीं हो रहा, न आवास की सुविधा न पीने का पानी. श्रमिक राज्य की अर्थवयस्था में अपना योगदान कर खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है.
इन्होंने किया संबोधित इन सभी गंभीर विषयों पर पांच सूत्री मांग पत्र राजभवन को सौंपा गया और राज्यपाल से इन मांगों पर संज्ञान लेने का आग्रह किया गया. आज की इस अधिकार मार्च को संजय कुमार जयसवाल, बिंदूल वर्मा,चंद्र शेखर ओझा ,प्रवीण दुबे ,संतोष सिंह , नागो महतो,रजनी तिर्की,सुषमा उरांव सहित अन्य साथियों ने संबोधित किया.