झारखंड CID ने किया 50 लाख की ऑनलाइन ठगी का पर्दाफाश, गुजरात से शातिर साइबर अपराधी गिरफ्तार
रांची | 21 जुलाई 2025: झारखंड CID की साइबर क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी ऑनलाइन ठगी का खुलासा करते हुए गुजरात के अहमदाबाद से एक शातिर साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम रवि हसमुखलाल गोधनिया (उम्र: 27 वर्ष) है, जो वीडियो कॉल के ज़रिए लोगों को डराकर उनके बैंक खातों से लाखों रुपये की ठगी करता था।
🕵️♀️ वीडियो कॉल पर पुलिस अधिकारी बनकर करता था ठगी
CID की DSP नेहा बाला ने बताया कि रवि लोगों को वीडियो कॉल करता था और खुद को CBI, NIA या NCB अधिकारी बताकर धमकाता था। वह खुद को मनी लॉन्ड्रिंग जांच अधिकारी बताते हुए कहता कि:
“तुम्हारा नाम ₹300 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल है। अगर अभी पैसे ट्रांसफर नहीं किए, तो तुम्हें डिजिटल अरेस्ट किया जाएगा और खाता फ्रीज हो जाएगा।”
📞 49.98 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज
एक शिकायतकर्ता ने 14 मई को साइबर थाना (केस संख्या 51/25) में शिकायत दर्ज कराई थी। उसे एक वीडियो कॉल आया जिसमें एक शख्स वर्दी में नजर आया और खुद को जांच अधिकारी बताया। डर के मारे पीड़ित ने आरोपी द्वारा दिए गए खाते में ₹49,98,888/- ट्रांसफर कर दिए।
💻 मोबाइल, हार्ड डिस्क, ATM कार्ड समेत साक्ष्य बरामद
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से:
- मोबाइल फोन
- सिम कार्ड
- चेक बुक
- एटीएम कार्ड
- हार्ड डिस्क
- व्हाट्सएप चैट
जैसे कई डिजिटल और भौतिक सबूत जब्त किए हैं।
🏦 आरोपी के बैंक खाते से जुड़े कई मामले
जांच में पता चला कि आरोपी का खाता Indian Bank (खाता संख्या: 20307033166) में है, जिसमें एक ही दिन में ₹79 लाख का ट्रांजेक्शन किया गया था। यह खाता बेंगलुरु के CEN क्राइम थाना के एक अन्य केस से भी जुड़ा पाया गया है।
🧊 बैंक खाता फ्रीज, जांच जारी
पुलिस ने आरोपी के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और लेन-देन की गहन जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि यह साइबर गैंग कई राज्यों में सक्रिय रहा है और कई मामलों में इसकी संलिप्तता हो सकती है।
⚖️ झारखंड CID की मुस्तैदी से बड़ा साइबर फ्रॉड पकड़ा गया
झारखंड CID की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस तकनीक और निगरानी दोनों स्तर पर सतर्क है। आम लोगों को भी ऐसे वीडियो कॉल या डराने वाली बातों में आकर कोई लेन-देन नहीं करना चाहिए।
