Ranchi : कर्नाटक समेत देश के विभिन्न राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के दो मामलों की पुष्टि के बाद झारखंड का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है. रिम्स माईक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि हालांकि HMPV जानलेवा नहीं है, लेकिन HMPV से बचाव के लिए लोगों को मास्क पहनना जरूरी है.
उन्होंने यह भी बताया कि रिम्स में HMPV के उपचार की पूरी तैयारी है और जांच की व्यवस्था भी जल्द शुरू की जा रही है. फिलहाल, जांच के लिए किट का इंतजार है, जो एनआईवी, पुणे द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा.
क्या कहते हैं महानिदेशक प्रो डॉ अतुल गोयल
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के महानिदेशक प्रो. डॉ. अतुल गोयल ने राज्य के स्वास्थ्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, जिसमें वायरस से बचाव, उपचार और निगरानी पर चर्चा की गई. झारखंड से स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, रिम्स माईक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी प्रो. डॉ. मनोज कुमार और स्टेट आईडीएसपी के डॉ. प्रवीण कर्ण ने भी भाग लिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह बताया गया कि राज्य में HMPV के मामलों पर गहन निगरानी रखी जा रही है और श्वसन संबंधी बीमारियों के लिए स्वास्थ्य संस्थान पूरी तरह तैयार हैं. जरूरत पड़ने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप तुरंत तैनात किया जा सकता है.
जानें रिम्स समेत अन्य अस्पतालों की तैयारियां
रिम्स में दो से तीन दिन के भीतर HMPV संक्रमण की जांच शुरू हो जाएगी. प्रो. डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि जांच किट एनआईवी, पुणे से मिलेंगे, और इसके साथ ही बाजार से भी किट खरीदने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इसके अलावा, एमजीएमसीएच जमशेदपुर में भी जांच शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं.