बिहार

बिहार में मतदाता सत्यापन के दौरान मिली गड़बड़ी, विदेशी नागरिक बने भारतीय वोटर

पटना (Bihar Voter List News): बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चल रहे वोटर सत्यापन अभियान (Special Summary Revision – SSR) में एक बड़ा खुलासा हुआ है। निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने जांच में पाया कि बिहार की मतदाता सूची में बड़ी संख्या में नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश जैसे देशों के नागरिकों के नाम अवैध रूप से दर्ज हैं।

🚨 विदेशी घुसपैठिए वोटर लिस्ट में कैसे पहुंचे?

डोर-टू-डोर सत्यापन अभियान के दौरान चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि इन विदेशी नागरिकों के पास वोटर कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसे भारतीय दस्तावेज भी मौजूद हैं। आयोग ने इसे गंभीर सुरक्षा और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए खतरा माना है।

📅 30 सितंबर को जारी होगी संशोधित अंतिम मतदाता सूची

निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि 30 सितंबर, 2025 को प्रकाशित होने वाली अंतिम मतदाता सूची (Final Voter List) से सभी अवैध और विदेशी नाम हटाए जाएंगे। इसके लिए जन्म स्थान और नागरिकता का विशेष सत्यापन किया जा रहा है।

📈 अब तक 80% से ज्यादा मतदाताओं ने जमा किया फॉर्म

बिहार में चल रहे SSR अभियान के अंतर्गत अब तक 80.11% मतदाताओं ने सत्यापन फॉर्म जमा किया है। आयोग का लक्ष्य 100% सत्यापन है, ताकि किसी भी अवैध मतदाता को सूची में शामिल न रहने दिया जाए।

🗳️ सभी राज्यों में चलेगा ऐसा ही राष्ट्रव्यापी सत्यापन अभियान

निर्वाचन आयोग ने संकेत दिए हैं कि बिहार की तरह ही देशभर में मतदाता सूची की समीक्षा की जाएगी, ताकि फर्जी मतदाता और विदेशी घुसपैठियों को हटाया जा सके


🔥 राजनीतिक विवाद गहराया | विपक्ष ने जताई आपत्ति

बिहार में इस खुलासे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई हैकांग्रेस और महागठबंधन के दलों ने SSR अभियान को राजनीतिक चाल बताते हुए विरोध जताया है। विपक्ष का आरोप है कि यह प्रक्रिया विशेष समुदायों को निशाना बनाने की कोशिश हो सकती है।


🎯 आयोग का दावा: पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव की दिशा में बड़ा कदम

निर्वाचन आयोग का कहना है कि यह अभियान चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और स्वच्छ बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। बिहार का यह मॉडल दूसरे राज्यों के लिए भी उदाहरण बन सकता है।

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