रांची के स्कूलों में पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन के गठन का निर्देश, JPA ने किया था आग्रह

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Ranchi : JPA यानी झारखंड अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है. उनका कहना है कि प्राइवेट स्कूल मनमाने तरीके से फीस बढ़ा देते हैं. वहीं, एनुअल चार्ज के तौर पर मोटी रकम की वसूली भी की जाती है. इस बाबत गुजरे पांच अप्रैल को संघ की ओर से शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन और रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री को पत्र लिख कर कार्रवाई करने की मांग की गयी थी. पत्र के जरिये संघ ने डिमांड किया था कि राज्य भर के प्राइवेट स्कूलों में फीस कमेटी का गठन किया जाये.

वहीं, हर एक स्कूल में PTA यानी पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन का गठन किया जाये. अजय राय ने बताया कि संघ का मानना है कि फीस कमेटी और PTA के गठन के बाद स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगाया जा सकता है. संघ ने यह भी आग्रह किया था कि जब तक संबंधित समितियां गठित नहीं होतीं, तब तक केवल एजुकेशन फीस ही लिया जाए. झारखंड अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि रांची DC मंजूनाथ भजंत्री को भेजे गये पत्र का सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है. DC के आदेश दिया है कि राजधानी रांची के सभी प्राइवेट स्कूलों में PTA यानी पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन का गठन किया जाए. झारखंड अभिभावक संघ ने DC के इस कदम का स्वागत किया है साथ ही अभिभावकों और विद्यालय प्रबंधन के बीच बेहतर संवाद और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है.

बता दें कि झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन अधिनियम 2017 के तहत हर एक स्कूल में एक फीस कमेटी का गठन करना अनिवार्य किया गया है. यह कमेटी स्कूल मैनेजमेंट, प्रिंसिपल, टीचर और माता-पिता के प्रतिनिधियों को मिलाकर गठित की जानी चाहिए. इसके अलावा, जिले स्तर पर एक जिला समिति का गठन भी जरूरी है, जिसमें उपायुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी, चार्टर्ड अकाउंटेंट, और अन्य संबंधित सदस्य शामिल होंगे. यह अधिनियम 7 जनवरी 2019 से लागू हुआ था. आज तक ना तो स्कूल स्तर पर और न ही जिला स्तर पर फीस कमेटी का गठन हुआ है. इसके कारण, प्राइवेट स्कूलों द्वारा लगातार एजुकेशनल फीस में वृद्धि की जाती रही है, जिससे अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा है.

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