रांची समेत झारखंड के शहरों को मिलेगा ट्रैफिक जाम से राहत, CM हेमंत सोरेन ने दी तीन बड़ी सड़क परियोजनाओं को मंजूरी
रांची, 19 जुलाई। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची सहित राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में यातायात व्यवस्था को सुगम और आधुनिक बनाने के लिए तीन बड़ी सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं का प्रेजेंटेशन पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने दिया, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकृति देते हुए शीघ्र डीपीआर तैयार कर निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
🛣️ तीन प्रमुख सड़क परियोजनाएं जिनकी मिली मंजूरी:
1️⃣ अरगोड़ा चौक से चापू टोली तक एलिवेटेड फ्लाईओवर
- लंबाई: 1.75 किलोमीटर
- फ्लाईओवर की चौड़ाई: 10 मीटर
- नीचे की सड़क: 7 मीटर चौड़ी
- विशेषताएं: ड्रेनेज सिस्टम, यूटिलिटी डक्ट, सौंदर्यीकरण, लाइटिंग, नॉइज़ बैरियर
- लाभ: अरगोड़ा से चापू टोली के बीच जाम से राहत
2️⃣ करमटोली चौक से साइंस सिटी फ्लाईओवर और फोर लेन रोड
- फ्लाईओवर लंबाई: 2.2 किलोमीटर
- सड़क चौड़ाई: 10 मीटर
- फोर लेन सड़क: साइंस सिटी से रिंग रोड तक 5 किलोमीटर से अधिक
- लाभ: मोराबादी, करमटोली जैसे व्यस्त क्षेत्रों में जाम की समस्या में कमी
3️⃣ रांची रेलवे स्टेशन से एयरपोर्ट तक वैकल्पिक फोर लेन रोड
- कुल लंबाई: 4.7 किलोमीटर
- एलिवेटेड सेक्शन: 800 मीटर
- विशेषताएं: फुटपाथ, साइकिल ट्रैक (कवर्ड), सोलर पैनल, ग्रीनफील्ड कॉरिडोर, गज़ीबो, बेंच, बेसिक सुविधाएं
- लाभ: हटिया, डोरंडा, एचईसी क्षेत्र के लोगों को स्टेशन और एयरपोर्ट तक त्वरित पहुंच
🔍 अन्य प्रस्तावित परियोजनाएं भी होंगी शामिल
मुख्यमंत्री ने हरमू मुक्ति धाम से रेडिशन ब्लू तक फ्लाईओवर और हिनू पुल से जगन्नाथपुर तक स्वर्णरेखा नदी पर फ्लाईओवर जैसी परियोजनाओं पर भी विचार करने के निर्देश दिए हैं।
🏙️ राज्य के अन्य शहरों में भी यातायात सुधार की योजना
- जमशेदपुर-साकची सिटी फ्लाईओवर (2.54 किमी) – सिटी ट्रैफिक में सुधार
- डालटनगंज-गढ़वा वैकल्पिक कॉरिडोर – चार दिशाओं को जोड़ने वाला गोलाकार एलिवेटेड रूट
- NHAI के ट्रांजिशन पॉइंट्स सुधार – रामगढ़, बरकाकाना, डालटनगंज में जंक्शन सेफ्टी
💼 परियोजनाओं के सामाजिक और आर्थिक लाभ:
- ट्रैफिक जाम में कमी
- स्थानीय रोजगार को बढ़ावा
- निवेश और औद्योगिक गतिविधियों को मिलेगा बल
- स्मार्ट और आधुनिक झारखंड की ओर कदम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने समयबद्ध क्रियान्वयन और नियमित समीक्षा के निर्देश देते हुए कहा कि यह पहल झारखंड को आधुनिक एवं विकसित राज्य की दिशा में आगे ले जाएगी।
