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रांची : छठ महापर्व के दौरान एक स्वच्छ और साफ वातावरण में श्रद्धालु पूजा करें और रांची नगर निगम क्षेत्र कूड़ा मुक्त रहे, इस प्रण के साथ पूरी टीम मुस्तैदी के साथ कार्यों का निष्पादन करे. सभी गठित टीम अपने-अपने संबंधित जोन में सफ़ाई अभियान को प्राथमिकता के साथ मॉनिटर करें. अगले 24 घंटों के भीतर सभी चिह्नित 72 छठ घाटों की संपूर्ण सफ़ाई सुनिश्चित करें. यह दिशा-निर्देश नगर आयुक्त संदीप सिंह ने रविवार को दिए.
नगर आयुक्त ने रांची नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न जलाशयों के तट पर अवस्थित प्रमुख छठ घाटों पर निगम के जरिये किए जा रहे विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए निगम की टीम को कई निर्देश दिया गया. इस क्रम में उनके द्वारा मुख्य रूप से कांके डैम, बड़ा तालाब, हटनिया तालाब और अन्य तालाबों का निरीक्षण किया गया. उन्होंने कहा कि छठ महापर्व के दौरान छठ व्रतियों के साथ-साथ लाखों श्रद्धालु छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए जुटती है, इसके लिए निगम स्तर से कई महत्त्वपूर्ण तैयारियां की जा रही है. साफ़-सफ़ाई की दृष्टिकोण से सभी चिन्हित 72 छठ घाटों तथा उसके सभी संपर्क पथों पर विशेष सफ़ाई अभियान दीपावाली के पूर्व से ही चलाई जा रही है, जिसमे अतिरिक्त सफ़ाई कर्मी भी लगाए गए है.
निरीक्षण क्रम में उन्होंने कहा कि विभिन्न तालाबों में काली पूजा विसर्जन किया गया है, इसलिए स्वच्छता शाखा की टीम को पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य करने की आवश्यकता है. मूर्तियों के अवशेषों को जल्द से जल्द निकालते हुए सभी घाटों में फैली गंदगी की सफाई, ग्रास कटिंग, तालाबों में खतरनाक स्थलों की पहचान के लिए बैरीकेडिंग, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव (तालाब के चारों तरफ) एवं तालाबों के संपर्क पथों पर एवं आसपास के क्षेत्रों की संपूर्ण सफाई सुनिश्चित करें.
साथ ही छठ से पूर्व निगम के वाटर टैंकरों और एंटी स्मॉग गन के जरिये सभी मुख्य पथों पर पानी का नियमित छिड़काव करना सुनिश्चित करें.
इसके अलावा उन्होंने सभी जलाशयों में खतरनाक स्थलों, गहरे पानी के क्षेत्रों को चिह्नित करते हुए रेड रिबन लगाने, बास-बल्ली से बैरीकेडिंग करने के कार्यों को जल्द पूरा करने का भी निर्देश दिया गया ताकि लोग गहराई की तरफ न जाएं और किसी भी तरह की अनहोनी ना हो. इस पर अपर प्रशासक संजय कुमार ने बताया निगम की टीम के जरिये कुल 25 खतरनाक छठ घाटों में बैरिकेडिंग की गई है और अन्य घाटों पर भी उचित व्यवस्था की गई है. साथ ही सर्वाधिक भीड़ वाले छठ घाटों पर छठ व्रतियों के लिए अस्थाई चेंजिंग रूम की व्यवस्था आवश्यकतानुसार की गई है, जिसमें कुल 61 छठ घाटों में 300 से अधिक चेंजिंग रूम की व्यवस्था निगम द्वारा की गई है. इसके अलावा लगभग 20 कृत्रिम तालाब का भी निर्माण निगम के जरिये किया जा रहा है.
मौके पर उन्होंने विद्युत शाखा के पदाधिकारियों को सभी छठ घाटों में पर्याप्त विद्युत/लाइट्स की व्यवस्था तथा संपर्क पथों पर ख़राब पड़े पथ बत्तियों को यथाशीघ्र दुरूस्त करने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी सुपरवाइजर को छठ समितियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए निगम स्तर से हरसंभव सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया. इसके अलावा जलाशयों को स्वच्छ रखने के लिए सभी श्रद्धालुओ को जल कुंड में ही पूजा सामग्रियों को विसर्जित करने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया.
निगम स्तर पर की जा रही विशेष व्यवस्थाओं की आवश्यकता महसूस होने पर निगम के कनेक्ट सेंटर ( दूरभाष संख्या 1800-570-1235 या व्हाट्सएप 8141231235) पर पूजा समिति और श्रद्धालु अपना शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
मौके पर अपर प्रशासक संजय कुमार, उप प्रशासक रविंद्र कुमार, सहायक प्रशासक गोपेश कुंभकर, सहायक लोक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ आनंद शेखर झा, डॉ किरण कुमारी, नगर प्रबंधक, जोनल सुपरवाइजर, वार्ड सुपरवाइजर एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे.
इसके अलावा अपर प्रशासक फिलवियुस बारला ने चडरी तालाब, जेल तालाब, बटन तालाब, अरगोड़ा तालाब और अन्य तालाबों तथा उप प्रशासक गौतम प्रसाद साहू एवं सहायक प्रशासक चंद्रदीप कुमार के जरिये धुर्वा डैम, जगन्नाथपुर तालाब, स्वर्णरेखा नदी और अन्य तालाबों का निरीक्षण किया.