
Jamtara : मुस्लिम समुदाय के सैकड़ो युवा, बुजुर्ग, सामाजिक कार्यकर्ता वक्फ बिल के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन करते नजर आए. उन्होंने वक्फ बिल को काला कानून बताते हुए, इसे रद्द करने की मांग की. इसे लेकर मंगलवार को जामताड़ा की सड़कों पर समर्थकों की लंबी कतार देखी गई. जहां गांधी मैदान से सैकड़ो समर्थक सरकार के विरोध में नारा लगाते हुए नगर भ्रमण को निकले. समुदाय के युवक हाथ में तख्तीयां लिए मोदी सरकार और भाजपा सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे. वह वक्फ बिल को पूरी तरह से निरस्त करने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि केंद्र की भाजपा सरकार जान बूझकर मुसलमानों के हक को छीनने का काम कर रही है. जबरदस्ती कानून के साथ छेड़छाड़ कर मुस्लिम समुदाय के हक को मारने का काम किया जा रहा है. समर्थकों ने कानून वापस नहीं लिए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
बता दें कि वक्फ बिल के खिलाफ निकला गया यह जुलूस स्टेशन रोड होते हुए चंचला मंदिर चौक, मुख्य बाजार होते हुए सुभाष चौक पहुंचा. इस जुलूस के साथ भारी संख्या में पुलिस के जवान भी चलते हुए दिखाई दिए. वहीं नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश मंडल के नेतृत्व में मौके पर सुरक्षा का बेहतर इंतजाम किया गया था.
इस प्रदर्शन में कांग्रेस के नेता इरशाद उल हक अरसी, अभय पांडे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सागिर खान, रिजवान शेख आदि के साथ तनवीर आलम, शहाबुद्दीन अंसारी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए.