Sadanand

अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है होली : सदानंद जी महाराज

राँची

रांची : संत शिरोमणी श्री श्री 1008 स्वामी सदानंद जी महाराज के सानिध्य में श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समिति के तत्वावधान में होली मिलन महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. होली मिलन कार्यक्रम में संत श्री ने आज के अपने प्रवचन मे कहा कि हिन्दुओं के महापर्व होली का पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है होली.

अधर्म पर हर समय धर्म ही जीतता है

होली मिलन कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए गुरु जी ने कहा कि अधर्म पर हर समय धर्म ही जीतता है धर्म भले थोड़ा परेशान होता है लेकिन अंत में धर्म की जीत होती है गुरु जी ने आगे कहा कि हमारी संस्कृति पश्चिम सभ्यता की ओर जा रही है. आज के हमारे बच्चे विदेशी रहन- सहन की ओर आकर्षित हो रहे हैं. आज के समय में हमें बच्चों के बीच देशभक्ति का अलख जगाना चाहिए इसके बाद गुरुजी अंत में शिष्यों के साथ फूलों की होली खेली एवं आशीर्वाद दिया.

होली का महत्व भक्त प्रह्लाद की भक्ति पर आधारित

गुरु जी ने कहा कि होली का महत्व भक्त प्रह्लाद के भक्ति की पर आधारित है. पिता हिरण्यकश्यप भक्त प्रह्लाद को अपनी पूजा करने के लिए कहता था, लेकिन पहलाद श्री कृष्ण भक्ति में लीन थे. वह अपनी बहन के द्वारा प्रह्लाद को अग्नि में जला कर मारना चाहता था, लेकिन उसकी बहन जलकर मर गई और भगवान ने भक्त प्रह्लाद को बचा लिया. इसलिए कहा गया है कि भक्ति से कोई बड़ा पूजा नहीं है.                         

सुंदरगढ़ से सड़क मार्ग से सत्संग संघ भवन पहुंचे सदानंद जी

गुरुजी स्वामी सदानंद जी महाराज सुबह रायगढ़ से चलकर 10:00 बजे सुंदरगढ़ से सड़क मार्ग के द्वारा जो करवाने और नंदकिशोर चौधरी संध्या 4:00 बजे राज्य सत्संग संघ भवन पहुंचे. गुरुजी सदानंद जी महाराज के रांची पहुंचने पर उनके शिष्यों के द्वारा गुरु जी को चंदन बदन कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया. कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात प्रसाद का वितरण किया गया. कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात गुरुजी रेलमार्ग द्वारा पटना के लिए प्रस्थान किया.        

कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में मुख्य रूप अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल, सचिव मनोज कुमार चौधरी, उपाध्यक्ष निर्मल जालान,राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, नन्द किशोर पाटोदिया बिष्णु सोनी, नन्द किशोर चौधरी, बिजय अग्रवाल, नवल अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, ओमप्रकाश सरावगी, पूर्णमल सर्राफ, सज्जन पाडिया, सुरेश चौधरी, वेकट गाडोदिया, सुरेश अग्रवाल, सुरेश भगत, दिलीप अग्रवाल, शिव भगवान अग्रवाल महिला समिति की विधा देवी अग्रवाल, प्रमिला पुरोहित, उर्मिला पाडियी, कविता गाड़ोदिया, शिला मुरारका, सुनीता अग्रवाल, सरीता अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, अंशुल अग्रवाल इनके अलावा भी संस्था के बहुत से महिला-पुरुष सदस्य उपस्थित थे. यह जानकारी संस्था के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने दी.

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