Holi 2023 : राधा-कृष्ण के अनूठे प्रेम की साक्षी रही नगरी वृन्दावन में होली की धूम नजर आ रही है. यहां के विभिन्न आश्रय सदनों में रह रहीं सैकड़ों विधवा एवं परित्यक्त महिलाओं ने सामाजिक संस्था सुलभ इण्टरनेशनल के तत्वावधान में रंगों का त्यौहार उमंग एवं उल्लास के साथ मनाया जिसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं है. मंदिर के प्रांगण में सैकड़ों किलो रंग एवं फूलों से होली खेली गयी. होली का त्योंहार मनाने के लिए चैतन्य महाप्रभु कालीन प्राचीन सप्तदेवालयों में से एक ठाकुर राधा गोपीनाथ मंदिर में विधवा महिलाएं सुबह से ही जुटने लगी थीं.
कृष्ण भक्ति के रंग में रंगी इन महिलाओं ने उम्र के अंतिम पड़ाव में इस त्योहार का आनंद उठाया. ये समाज की मुख्य धारा में शामिल हुईं और ठीक उसी प्रकार रंगों से होली खेली, जैसी कि वे आज तक दूसरों को ही खेलते देखती रही थीं. ये महिलाएं राधा और कृष्ण के स्वरूपों के साथ भक्तिरस में डूबकर गा रही थीं, झूम रही थीं और एक-दूसरे पर रंग बरसाकर अपनी खुशी को मन से बाहर ला रहीं थीं. इन महिलाओं ने विधवाओं पर लगे तमाम प्रतिबंधों को धता बताते हुए न केवल रंगों के त्यौहार का भरपूर आनन्द लिया, बल्कि उनमें से अधिकांश तो रंगहीन वस्त्रों के बजाए विभिन्न रंगों की साड़ियां पहनी नजर आयीं.
सुलभ इण्टरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक ने इस त्योहार को लेकर बताया कि सुलभ ने विधवाओं की जिंदगी में नये रंग भरने का मौका लाकर समाज को यह संदेश देने की कोशिश की है कि विधवा महिलाएं भी समाज का उतना ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जितने कि दूसरे लोग हैं.