पूर्वी सिंहभूम : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि स्वास्थ्य ही धन है. लोगों को स्वास्थ्य की नियमित जांच करानी चाहिए. इस परिप्रेक्ष्य में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन की प्रासंगिकता बढ़ जाती है. जो लोग अपने स्वास्थ्य की जांच नहीं करा पाते हैं, वे सुगमतापूर्वक इस शिविर में जाकर अपनी जांच करा पाते हैं. उन्हें नि:शुल्क दवाएं भी दी जाती है. स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से न सिर्फ लोगों का इलाज होता है, बल्कि उनमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है.
राज्यपाल शनिवार को भारत सरकार के उद्यम राइट्स लिमिटेड के सहयोग से गैर सरकारी संगठन सिटिजन फॉउंडेशन की ओर से पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में बोल रहे थे. उन्होंने शिविर में आए चिकित्सकों को सम्मानित भी किया और सभी के प्रति आभार भी प्रकट किया. राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विगत दो वर्षों में इन ग्रामीण क्षेत्रों में 50 नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये गए, जहां हजारों मरीजों का उपचार किया गया.
उन्होंने कहा कि हम सभी भारतवासी जानते हैं कि ‘परोपकार सबसे बड़ा धर्म’ है और इसी धर्म का पालन करते हुए जब हमारे वैज्ञानिकों ने कोरोना का टीका विकसित किया तब प्रधानमंत्री ने न सिर्फ अपने देश की जनता को, बल्कि अन्य देशों को भी नि:शुल्क टीका उपलब्ध कराया. प्रधानमंत्री के इस पहल की सराहना पूरे विश्व में हुई. इसी प्रकार लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए उन्होंने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की, जिससे 10 करोड़ लोग लाभान्वित हो रहे हैं.