अहमदाबाद : न्यूजीलैंड को तीसरे टी20 में जीत के बाद कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने कहा कि उनकी भूमिका उस भूमिका के समान है जिसे भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के बाद के चरणों के दौरान अपनाया था. उन्होंने कहा, “मुझे उस भूमिका को निभाने में कोई दिक्कत नहीं है, जो कहीं न कहीं माही निभाते थे.
जब से वह चले गए, जिम्मेदारी मुझ पर आ गयी
उस समय, मैं युवा था और पार्क के चारों ओर मार रहा था. लेकिन जब से वह चले गए हैं, अचानक से, यह जिम्मेदारी मुझ पर आ गयी है. मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है. हमें परिणाम मिल रहे हैं. अगर मुझे थोड़ा धीमा खेलना है तो कोई बात नहीं.” भारतीय टीम अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी में चार मैचों की टेस्ट सीरीज और उसके बाद मार्च में तीन वनडे मैचों की खेलेगी.
मैंने हमेशा छक्के मारने का आनंद लिया
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “मैंने हमेशा छक्के मारने का आनंद लिया है. लेकिन यही जीवन है, मुझे विकसित होना है. मैंने साझेदारी में विश्वास किया है और मैं अपने बल्लेबाज साथी और अपनी टीम को कुछ आश्वासन और शांति देना चाहता हूं कि मैं वहां हूं.
दबाव को स्वीकार करना है सीखा
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने कहा कि सीखा है कि कैसे दबाव को स्वीकार करना है और यह सुनिश्चित करना है कि सब कुछ शांत हो. हो सकता है कि इसके लिए मुझे अपना स्ट्राइक रेट कम करना पड़े. नई भूमिकाएँ लेना हमेशा वह है जिसके लिए मैं तत्पर रहता हूँ. मैं चाहता हूँ नई गेंद की भूमिका भी लेना चाहता हूं, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि कोई आए और उस कठिन भूमिका को ले.”
तीसरे टी20 में न्यूजीलैंड को हरा सीरीज 2-1 से अपने नाम की
न्यूजीलैंड को तीसरे टी20 में शुभमन गिल के नाबाद शतक से भारत ने 168 रन से हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की. गिल, जो तीनों प्रारूपों में शतक बनाने वाले केवल पांचवें भारतीय बल्लेबाज बने, ने 63 गेंदों में नाबाद 126 रनों की पारी खेलकर भारत को 20 ओवरों में 4 विकेट पर 234 के विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया.