महिलाएं अब लघु उद्यमों के जरिए आत्मनिर्भर बन रही हैं” – राज्यपाल
पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर), 26 जुलाई । झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के माइकल जॉन प्रेक्षागृह में शनिवार को स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में आयोजित वार्षिक लघु ऋण वितरण समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि “लघु उद्यमों और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और परिवार की आर्थिक रीढ़ बन चुकी हैं।”
इस कार्यक्रम का आयोजन स्वावलंबी झारखंड माइक्रो वेलफेयर डेवलपमेंट सेंटर (एसजेएमडीसी) द्वारा किया गया। यह इस संस्था का तेरहवां ऋण वितरण समारोह था।
महिलाओं के हाथों में आर्थिक सशक्तिकरण की चाबी
राज्यपाल ने कहा कि आज भी देश की करोड़ों महिलाएं पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम से वंचित हैं, खासकर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की महिलाएं। ऐसे में माइक्रो फाइनेंस जैसी संस्थाएं उन्हें आर्थिक मदद के साथ आत्मबल, आत्मविश्वास और सशक्तिकरण की राह दिखा रही हैं।
उन्होंने कहा, “यह केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि आत्मसम्मान, निर्णय क्षमता और सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है। यह महिलाओं को अपने जीवन और परिवार में नेतृत्व देने की ताकत दे रहा है।”
राज्यपाल ने ‘लखपति दीदी योजना’ का उल्लेख करते हुए कहा कि झारखंड की महिलाएं आज बैंकिंग, विपणन, उद्यमिता और वित्तीय प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में दक्षता के साथ आगे बढ़ रही हैं।
राज्यपाल का व्यक्तिगत अनुभव भी साझा
राज्यपाल गंगवार ने साझा किया कि उन्होंने 25 साल पहले बरेली में एक सहकारी बैंक की स्थापना की थी, जो आज मल्टी-स्टेट बैंकों से प्रतिस्पर्धा कर रहा है। उन्होंने कहा कि “महिलाओं को दिए गए ऋण की वापसी दर अधिक होती है। यदि महिलाओं को भरोसा दिया जाए, तो वे भरोसा वापस करती हैं।”
समापन संदेश
राज्यपाल ने इस आयोजन को एक सामाजिक आंदोलन बताते हुए स्वदेशी जागरण मंच और एसजेएमडीसी को शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने लाभार्थी महिलाओं को प्रेरणा स्रोत बनकर समाज में बदलाव लाने की अपील की।
