झारखंड के राज्यपाल ने कुलपतियों संग उच्च शिक्षा पर की समीक्षा बैठक, दिए गुणवत्ता सुधार के सख्त निर्देश
रांची, 28 जुलाई : राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को राजभवन में झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य की उच्च शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़, गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी बनाना था। राज्यपाल ने इस दौरान कुलपतियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
📌 प्रमुख बिंदु:
रिक्तियों पर शीघ्र नियुक्ति:
शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मियों के खाली पदों पर भर्ती में तेजी लाने के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया गया। साथ ही, कहा कि आवश्यकता आधारित शिक्षकों का स्थानांतरण न किया जाए।
समयबद्ध परीक्षा और परिणाम:
परीक्षा के एक माह के भीतर परिणाम घोषित करना अनिवार्य किया जाए। प्रत्येक विश्वविद्यालय को शैक्षणिक कैलेंडर का कड़ाई से पालन करने और समयबद्ध दीक्षांत समारोह आयोजित करने का निर्देश मिला।
ग्रामीण क्षेत्रों में नामांकन पर ज़ोर:
राज्य में ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो (GER) राष्ट्रीय औसत से 10% कम है। इसे सुधारने के लिए विशेषकर ग्रामीण व सुदूर क्षेत्रों में नामांकन अभियान चलाने की आवश्यकता जताई गई।
शिक्षकों की जिम्मेदारी और कक्षाएं:
कुछ शिक्षकों के नियमित कक्षाएं न लेने की शिकायतों पर नाराजगी जताते हुए कहा गया कि कुलपति स्वयं भी कक्षा लें और उदाहरण बनें।
रिसर्च की गुणवत्ता:
पीएचडी शोध कार्यों में मौलिकता और नवाचार को प्राथमिकता देने को कहा गया। विश्वविद्यालय रैंकिंग सुधारने के लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
वित्तीय अनुशासन और पारदर्शिता:
सभी विश्वविद्यालयों को समय पर वित्तीय ऑडिट कराने और उसकी रिपोर्ट राजभवन को भेजने का निर्देश। क्रय-विक्रय और प्रशासनिक कार्यों में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने को कहा गया।
बेसिक सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण:
छात्रावास, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं, सीसीटीवी निगरानी, सुरक्षा गार्ड और एंटी-रैगिंग सेल को प्रभावी रूप से सक्रिय करने के निर्देश। खराब सीसीटीवी को बदलने और AMC व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई।
प्लेसमेंट सेल और स्किल डेवलपमेंट:
प्लेसमेंट सेल को औपचारिकता से हटाकर सक्रिय बनाने की जरूरत बताई गई। उद्योगों से साझेदारी, बेहतर इंटर्नशिप और ऑनलाइन फीडबैक सिस्टम लागू करने की बात कही।
