ईश्वर हमारे फल का स्रोत:महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद

यूटिलिटी

रांची : हुलहुंडू पल्ली में स्थित एस सी जे एम धर्मसमाज के  3 धर्मबहनों सिo एनी कांडुलना, सिo रोजलिन कुल्लू और सिo सुचिता एक्का ने पहला मन्नत और 5 धर्मबहनों सिo माधुरी केरकेट्टा, सि o निलिमा लोम्हा, सिo जसमंती हेमरोम, सिo अंजना सोए और सिo असुंता लुगुन ने महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के सम्मुख अपना  अंतिम व्रतधारण स्वीकार किया.

आज रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने हुलहुंडू में व्रत धारण समारोह

आज रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने हुलहुंडू में व्रत धारण समारोह के अवसर पर उपस्थित सभी धर्मबहनों एवं विश्वासियों को संबोधित करते हुए अपने प्रवचन में कहा कि: समर्पित जीवन में दाखलता के समान ईश्वर से जुड़े रहने का संदेश देते हुए कहा कि प्रभु से जुड़े रह कर हम फल उत्पन्न कर सकते हैं. प्रभु से अलगाव होना मतलब लोगों की परिस्थिति से दूर रहने के समान है और हम उदासीन जीवन व्यतीत करने लग जाते हैं . प्रथम व्रतधारण स्वीकार करने वालों धर्म बहनों को महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने बधाईयां एवं शुभकामनाएं दी और अपना जीवन प्रभु और उसकी प्रजा के लिए समर्पित करने का संदेश दिया.

इस समारोह के अवसर पर महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद  के आलावा फाo संजय तिर्की, हुलहुंडू पल्ली के पल्ली पुरोहित, फा० निखिल मिंज, फाo नरेश, फाo फिलोमोन लकड़ा एवम अन्य पुरोहित, अनेक धर्मबहनें और हजारों विश्वासी शामिल हुए.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *