देशभर में मजदूर-किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आम हड़ताल आज, झारखंड में भाकपा के नेतृत्व में चक्का जाम
रांची,8 जुलाई 2025: केंद्र सरकार की मजदूर और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ बुधवार को देशव्यापी आम हड़ताल का आयोजन किया गया है। यह हड़ताल 17 सूत्री मांगों को लेकर की जा रही है, जिसमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) सहित कई श्रमिक संगठनों और किसान यूनियनों ने हिस्सा लेने की घोषणा की है।
🛑 44 श्रम कानूनों को खत्म करना मजदूरों के खिलाफ: भाकपा
मंगलवार को रांची स्थित अल्बर्ट एक्का चौक पर आयोजित प्रेस वार्ता में भाकपा के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने बताया कि केंद्र सरकार ने 44 पुराने श्रम कानूनों को हटाकर 4 लेबर कोड लागू कर दिए हैं, जो श्रमिकों के हितों के विरुद्ध हैं।
महेंद्र पाठक ने कहा:
“सरकार न तो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी दे रही है, न ही श्रमिकों को न्याय मिल रहा है। पूंजीपतियों को बढ़ावा देकर सरकार छोटे व्यापारियों और फुटपाथ दुकानदारों की आजीविका पर हमला कर रही है।“
📢 राजनीतिक दलों और संगठनों का समर्थन
झारखंड में इस हड़ताल को झामुमो, कांग्रेस, राजद और वाम दलों ने समर्थन दिया है।
प्रदर्शन के तहत राज्यभर में दो घंटे का चक्का जाम भी किया जाएगा।
💼 बैंक, बीमा, रेलवे और कोयला क्षेत्र होंगे प्रभावित
प्रेस वार्ता में बताया गया कि हड़ताल के दौरान निम्नलिखित सेवाएं प्रभावित रहेंगी:
- कोयला उत्पादन और ढुलाई
- बैंकिंग सेवाएं
- बीमा क्षेत्र
- सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां
- रेलवे और एयरलाइंस से जुड़े कर्मचारी
कई किसान संगठनों ने भी इस आंदोलन में भागीदारी की घोषणा की है।
🗣️ यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो 2029 में भुगतेगी सरकार: महेंद्र पाठक
महेंद्र पाठक ने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने इन मांगों पर गंभीर रुख नहीं अपनाया, तो यह मुद्दा 2029 के आम चुनाव में सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकता है।
👥 प्रेस वार्ता में ये रहे प्रमुख नेता उपस्थित:
- एटक राज्य सचिव – अशोक यादव
- जिला सचिव – अजय कुमार सिंह
- कर्मचारी संघ नेता – सुनील साहू
- बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन – सतीश भार्गव
- AIBA प्रतिनिधि – सरफराज अहमद
