रांची : झारखंड पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति लोकनाथ प्रसाद का निधन कल पारस अस्पताल धुर्वा रांची में हो गया, जिनकी अंत्येष्टि आज मुक्तिधाम हरमू रांची में की गयी, जिसमे सैकड़ों की संख्या में परिजनों एवं शुभचिंतकों तथा सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने भाग लिया, उनको मुखाग्नि उनके नाती शिवम ने दी.
शौंडिक समाज के लिए अपूरणीय क्षति
उनका जाना झारखंड के लिए तो अपूरणीय क्षति है ही, परंतु विशेषकर शौंडिक समाज के लिए कभी भी भरपाई नहीं होनेवाली क्षति है. पूरा सुड़ी समाज स्तब्ध है और मर्माहत है. वे झारखण्ड प्रदेश शौण्डीक (सुड़ी) समाज के मार्गदर्शक थे, जिनके मार्गदर्शन के कारण यह संगठन जन- जन तक पहुंचा है.
प्रथम वैवाहिक सम्मेलन का संबोधन प्रेरणा देता है
2018 में आयोजित प्रथम वैवाहिक सम्मेलन में उनके अतिथि संबोधन आज भी समाज को संगठित होने एवं व्याप्त कुरीतियों के उन्मूलन हेतु प्रेरित करता है. उनके ही अनुशंसा पर सुड़ी समाज को पिछड़ा संवर्ग से अतिपिछड़ा annexure I में सरकार ने घोषणा की. उनके इस प्रयास के लिए वे हमेशा ही पूजनीय रहेंगे.
पिछड़े वर्ग की हितों की हमेशा रक्षक बने रहे
वे पिछड़ा आयोग का अध्यक्ष रहते हुए पिछड़े वर्ग की हितों की हमेशा रक्षक बने रहे तथा पिछड़े वर्ग के बेहतरी के लिए सरकार को परामर्श देते रहे. उनके कार्यकाल में कई उपेक्षित जातियों को पिछड़ी जाति एवं कई पिछड़ी जातियों को अति पिछड़ी जाति में सम्मिलित कराने में अपनी अहम योगदान दिया, जिसमे सुड़ी जाति को पिछड़ी जाति से अत्यंत पिछड़ी में लाना भी है.
स्तब्ध एवं नि:शब्द हैं, शांति के लिए प्रार्थना की
आज उनके निधन से हमसभी स्तब्ध एवं नि:शब्द और मर्माहत हैं. भारी एवं दुःखी मन से सबों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि देनेवालों में अध्यक्ष डॉ अशोक, कार्यकारी अध्यक्ष बिनायलाल, महासचिव अशोक कु. प्रसाद, कोषाध्यक्ष अनुज कुमार, शशिभूषण प्रसाद, महंत प्रसाद, विनोद रंजन, रमेश साहू, बीरेंद्र साहू, संजय कु. साहू, मितुल कुमार, प्रदीप प्रसाद, पंकज प्रसाद, बैजनाथ प्रसाद, नरेश प्रसाद, राजन साहू, मेजर योगेंद्र प्रसाद, संजय साहू, सचिन प्रसाद, अशोक साहू, रामसेवक साहू, खिरोधर साहू, मनोज कुमार, हरिदास साहू, कुमकुम देवी, दीपारानी, अशोक कुमार प्रसाद. इत्यादि हैं.