खूंटी में पीएलएफआई के चार उग्रवादी गिरफ्तार, हथियार बरामद

खूँटी

खूंटी  में प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद पुलिस संगठन को झटके पर झटका दे रही है. गुरुवार को पीएलएफआई के चार उग्रवादियों को गिरफ्तार कर उनके पास से पिस्टल, गोंली और संगठन का पर्चा बरामद किया है.

एसपी ने बताया- बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे उग्रवादी

एसपी अमन कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि जरियागढ़ थाना के रेगरे जंगल में भ्रमणशील और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. एसपी के निदेश पर एएसपी अभियान, तोरपा कें एसडीपीओ सीआरपीफ बी/94 बटालियन द्वारा गुरुवार को रेगरे जंगल में छापामरी अभियान चलाया गया और चार सक्रिय उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया.

पकड़े गये उग्रवादियों में एरिया कमांडर प्रशांत कुमार भी

पकड़े गये उग्रवादियों में एरिया कमांडर प्रशांत कुमार उर्फ डब्लू गोप, नीतीश गोप, मिथिलेश गोप उर्फ मिथुन और बाहन गोप उर्फ नंद कुमार शामिल है. इनके पास से पुलिस ने 7.65 एमएम की एक पिस्टल, .315 बोर का एक देसी कट्टा, 13 कारतूस, एक आल्टो कार और एक टेम्पो सहित चार मोबाइल और नक्सली पर्चा तथा चंदा रशीद बरामद किया है.

दो माह पूर्व ही दिनेश गोप ने आतंक फैलाने का निर्देश दिया था

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार एरिया कमांडर को लगभग दो माह पूर्व ही दिनेश गोप ने एरिया कमांडर की जिम्मेदारी सौंप कर क्षेत्र में आतंक फैलाने का निर्देश दिया था. सुप्रीमो के इस निर्देश पर ही अवैध बालू उठाव में लगी एक जेसीबी में आग लगाकर क्षेत्र में दहशत फैलाने का प्रयास किया गया था. हालांकि अगजनी की जिम्मेदारी सुप्रीमो को लेनी थी, लेकिन तब तक दिनेश गोप एनआईए की गिरफ्त में आ चुका था.

एरिया कमांडर की जिम्मेदारी मिलने तक प्रशांत के पास हथियार नही था

पीएलएफआई सुप्रीमो ने जब क्षेत्र का एरिया कमांडर की जिम्मेदारी दी, उस वक्त प्रशांत कुमार उर्फ डब्लू के पास हथियार नही था, लेकिन उसे कामडारा का एरिया कमांडर कोरिया टोपनो ने एक पिस्टल के अलावा कई कट्टे और 30 कारतूस दिये. उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से अवैध बालू उठाव कर रही जेसीबी में आग लगा दी और फरार हो गए.

बालू माफिया का जेसीबी को जलाया गया था

इस घटना में शामिल अन्य नक्सली सदस्यों को पुलिस ने पूर्व में ही गिरफ्तार किया था, लेकिन एरिया कमांडर फरार हो गया था. बताया जा रहा है कि बालू माफिया अवधेश यादव और चंदन जायसवाल उर्फ चंदू का जेसीबी को जलाया गया था. चंदू जायसवाल से प्रदीप गोप का लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था.

प्रदीप ने ही प्रशांत को एरिया कमांडर बनाने की पैरवी की

प्रदीप गोप ने दिनेश गोप से संपर्क किया और प्रदीप ने ही प्रशांत को एरिया कमांडर बनाने की पैरवी की. उसके बाद प्रशांत को एरिया कमांडर की जिम्मेदारी दी गयी. पीएलएफआई नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई से खूंटी में आतंक का पर्याय रहे संगठन के वजूद पर संकट गहराने लगा.

दिनेश गोप की गिरफ्तारी से पहले पकड़ा गया था सुखराम गुड़िया

गौरतलब है कि सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी से कुछ दिन पूर्व ही जिला पुलिस ने रनिया क्षेत्र से पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर और सुप्रीमो के खास सहयोगी रहे इनामी सुखराम गुड़िया को एके 47 राइफल के साथ गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की थी.

बंदगांव से सुप्रीमो के निजी हथियार बरामद हुए थे

उसकी निशानदेही पर चाईबासा के गुदड़ी और बंदगांव थाना क्षेत्र के जंगली इलाको से सुप्रीमो के निजी हथियार ऑटोमेटिक जर्मन रायफल एचके 33 सहित अन्य राइफल और हथियार, सैकड़ो गोलियां, दूरबीन सहित अन्य सामान बरामद किये गये थे.

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